एलडीएल को गंदा कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है. यह रक्त वाहिकाओं को अवरुद्ध करता है और रक्त को हृदय तक पहुंचने से रोकता है. यह दिल के दौरे का प्रमुख कारण है और मस्तिष्क स्ट्रोक का भी कारण बनता है. कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए नाश्ता अच्छा होना चाहिए. क्योंकि इस समय पेट खाली होता है और पोषण का उपयोग जल्दी हो जाता है.
एलडीएल कोलेस्ट्रॉल रक्त को नुकसान पहुंचाता है. इसका रंग भी गहरा पड़ने लगता है. एक शोध के अनुसार, रक्त वाहिकाओं में रुकावट के कारण रक्त तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है. ऑक्सीजन की कमी के कारण खून का रंग गहरा होने लगता है. ऐसे में आपको अपने आहार में कुछ खास खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए. जो नसों में फंसे गंदे कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सबसे महत्वपूर्ण है.
बादाम का दूध
भीगे हुए बादाम को खाली पेट खाना बहुत फायदेमंद होता है. हार्वर्ड के अनुसार, रोजाना बादाम खाने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल 5 प्रतिशत कम होता है. नाश्ते में इसका दूध पीने से खून की अशुद्धियां भी दूर हो जाती हैं. इसलिए रोज रात को बादाम भिगोकर रखें और सुबह उसका छिलका उतारकर खाएं, कोलेस्ट्रॉल जरूर कंट्रोल में रहेगा.
ओटमील
यह नाश्ता फाइबर का बहुत अच्छा स्रोत है. फाइबर कोलेस्ट्रॉल से जुड़ता है और इसे मल के माध्यम से बाहर निकाल देता है. हृदय रोगियों को फाइबर का सेवन करना चाहिए. दलिया को आप अलग-अलग तरीकों से खा सकते हैं. उदाहरण के तौर पर मसाला ओट्स और ओट्स को दूध के साथ खाया जा सकता है.
संतरे
विटामिन सी पाने के लिए संतरे खाएं. इसमें फाइटोस्टेरॉल होता है जो कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को 7.5 से 12 प्रतिशत तक कम कर सकता है. इसमें फाइबर भी होता है. इसलिए डाइट में संतरे का जूस या संतरे और नींबू के फलों को शामिल करना चाहिए.
सफेद अंडे
सुबह खाली पेट अंडे की सफेदी और पालक का नाश्ता करें. यह पौष्टिक नाश्ता कोलेस्ट्रॉल के खतरे को कम करता है और हृदय रोगों से बचाता है. यह एक उच्च प्रोटीन नाश्ता है जो ऊर्जा भी प्रदान करेगा.
स्मोक्ड सामन मछली
सैल्मन मछली में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है. ये स्वस्थ वसा हैं जो खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं. साथ ही ट्राइग्लिसराइड का स्तर भी कम होने लगता है.
व्हे प्रोटीन स्मूदी
दूध से पनीर बनाते समय जो पानी बचता है उसमें व्हे प्रोटीन मौजूद होता है. कुछ शोधों का मानना है कि इसका सप्लीमेंट लेने से उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है. ऐसे में आप शरीर के लिए अच्छा प्रोटीन प्राप्त करने के लिए पनीर के बचे हुए पानी का उपयोग चावल और चपाती के आटे में कर सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.