डीएनए हिंदीः खराब लाइफस्टाइल और गड़बड़ खानपान की वजह से आजकल लोग कोलेस्ट्रॉल, शुगर और मोटापे जैसी गंभीर बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में लाइफस्टाइल और (Wheat With Besan Roti Benefits) खानपान में सुधार कर इन बीमारियों से बचा जा सकता है. वैसे तो खाने-पीने की कई ऐसी चीजें हैं, जिन्हें डाइट में शामिल करने से इन समस्याओं से बचा जा सकता है. लेकिन, आज हम आपको एक ऐसी स्पेशल रोटी के बारे में बता रहे हैं, जो इन बीमारियों में रामबाण दवा का काम करता है. आपको इसके लिए ज्यादा कुछ नहीं, बस गेहूं के (Besan Roti Benefits) आटे के साथ बेसन मिक्स करना है और इसकी रोटी खानी है. गेहूं के आटे में बेसन यानी काले चने का आटा मिलाने से यह और भी पौष्टिक हो जाता है. आइए जानते हैं गेहूं और काले चने के आटे को मिक्स कर इसकी रोटी खाने के क्या-क्या फायदे होते हैं.
सेहत के लिए है फायदेमंद
गेहूं के आटे में बेसन मिलाने से यह और भी पौष्टिक हो जाता है. इतना ही नहीं, इससे आटे में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है.
ऐसे में आप गेहूं के आटे में बेसन या अन्य लेंटिल्स या अनाज का आटा मिलाकर इसे हाई प्रोटीन युक्त बना सकते हैं. यह सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होता है. रोजाना इसके सेवन से न केवल आपका शुगर लेवल कंट्रोल होगा, बल्कि इससे आपका वजन भी कम होगा. अगर आप अभी तक केवल गेहूं के आटे की रोटी खा रहे थे तो इस तरह की रोटी ज़रूर ट्राई करें. यह स्वाद में भी काफी अच्छा होता है.
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कोलेस्ट्रॉल करे कम
कोलेस्ट्रॉल में भी यह रोटी बहुत ही फायदेमंद होती है. ऐसे में अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई रहता है तो आप गेहूं के आटे में बेसन मिलाकर गूंथें और इसकी रोटी खाएं. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक़, चने का आटा गेहूं के आटे में मिक्स कर इसकी रोटी खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है और इस तरह से आप हार्ट डिजीज से भी बचे रह सकते हैं.
दूर होती हैं पेट से जुड़ी समस्याएं
काले चने के आटे में मौजूद प्रोटीन, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और विटामिंस सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचाते हैं. गेहूं के आटे के साथ बेसन मिलाकर इसकी रोटी बनाने से पेट संबंधित समस्याएं नहीं होती हैं. इसके अलावा अगर आप कब्ज से परेशान रहते हैं तो गेहूं के आटे में बेसन मिक्स करके रोटी बनाएं और इसका सेवन करें. इससे आपको जल्द ही पेट से जुड़ी समस्याओं से निजात मिलता है.
डायबिटीज में है फायदेमंद
बेसन डायबिटीज में भी फायदेमंद होता है और अगर आप बेसन के आटे से बनी रोटी का सेवन करते हैं तो इससे शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. बता दें कि इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है. अगर आपको बेसन की रोटी का स्वाद पसंद नहीं आता तो आप इसे गेहूं के आटे में मिक्स करके रोटी बना सकते हैं.
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वजन करे कम
गेहूं के आटे में बेसन मिक्स करने से इसमें फाइबर और प्रोटीन की मात्रा डबल एड होती है और इसके सेवन से आपका पाचन तंत्र भी हेल्दी बना रहता है. इतना ही नहीं, कम कैलोरी और हाई फाइबर होने के कारण इससे आपको देर तक पेट भरे होने के अहसास होता है और इससे वजन भी बढ़ने का भी डर नहीं रहता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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