Panch Kailash: पंच कैलाश में कौन-कौन से पवित्र शामिल शिखर हैं, जानिए हर पर्वत से जुड़ी कुछ अनोखी जानकारी

Written By ऋतु सिंह | Updated: Oct 21, 2024, 10:43 AM IST

पंच कैलास 

Panch Kailash Yatra: जीवन में कम से कम एक बार पंच कैलाश की तीर्थयात्रा अवश्य करनी चाहिए. साथ ही यह पंच कैलाश यात्रा आपको हिंदू धर्म के पांच सबसे पवित्र शिखरों तक ले जाती है.

इस दुनिया में पांच कैलाओं की उपस्थिति मनाई जाती है. जिसका शिव भक्तों के बीच विशेष महत्व है. ये हैं पंच कैलाश, माउंट कैलाश, आदि कैलाश, मणिमहेश, श्रीखंड महादेव और किन्नर कैलाश. जानिए पंच कैलाश के बारे में. 
 
कैलाश पर्वत 
भगवान शंकर का निवास स्थान प्रसिद्ध कैलाश पर्वत तिब्बत देश में स्थित है. पांच कैलाश पर्वतों में से यह पर्वत 6638 मीटर ऊंचा है. पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव यहीं निवास करते थे. शिवपुराण, स्कंदपुराण, मत्स्यपुराण आदि में कैलाश खंड नाम से अलग-अलग अध्याय हैं. पौराणिक कथा के अनुसार यहीं पास में कुबेर नगर है. इसके अलावा कैलाश पर्वत के ऊपर स्वर्ग और नीचे नर्क है. मानसरोवर और रक्षास्थल कैलाश पर्वत के पास स्थित हैं. कैलाश पर्वत भी कम से कम 6600 मीटर ऊँचा है. लेकिन आज तक कोई भी कैलाश पर्वत पर नहीं चढ़ पाया है. साथ ही मानसरोवर की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को दूर से ही कैलाश पर्वत के दर्शन होते हैं.  
 
आदि कैलाश 
आदि कैलाश, जिसे छोटा कैलाश और शिव कैलाश भी कहा जाता है. यह पर्वत भारत-तिब्बत सीमा के निकट भारतीय सीमा क्षेत्र में स्थित है. आदि कैलाश को कैलाश पर्वत की प्रतिकृति भी माना जाता है. यह पर्वत समुद्र तल से कम से कम 5,945 मीटर ऊपर है. धार्मिक मान्यता यह भी है कि जब भगवान महादेव माता पार्वती से विवाह करने के लिए दूल्हा लेकर आए तो वे यहीं रुके थे. साथ ही यह पर्वत शिव भक्तों के लिए एक लोकप्रिय स्थान है. इस पर्वत में कैलाश पर्वत की छाया देखी जा सकती है. यहां झील के किनारे देवी पार्वती और महादेव का एक सुंदर मंदिर भी है.  
 
किन्नर कैलाश 
किन्नर कैलाश हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है. यह पर्वत कम से कम 6050 मीटर ऊँचा है. पौराणिक मान्यता के अनुसार किन्नर कैलाश के पास देवी पार्वती द्वारा निर्मित एक झील है. जिसे उन्होंने पूजा के लिए बनाया था. इसे पार्वती सरोवर के नाम से भी जाना जाता है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, इस पहाड़ की चोटी पर पक्षियों का झुंड रहता है. सर्दियों में यहां बर्फबारी होती है लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि यह पर्वत कभी बर्फ से ढका नहीं रहता. यहां ब्रह्म कमल प्राकृतिक रूप से उगता है. साथ ही किन्नर कैलाश पर्वत पर मौजूद प्राकृतिक शिवलिंग दिन में कई बार अपना रंग बदलता है.  
 
मणिमहेश कैलाश 
मणिमहेश कैलाश पर्वत हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में स्थित है. यह पर्वत कम से कम 5653 मीटर ऊँचा है. हिमालय में धौलाधार, पांगी और ज़ांस्कर पर्वतमाला से घिरा कैलाश पर्वत मणिमहेश कैलाश के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा मणिमहेश कैलाश पर्वत, मणिमहेश झील के पास स्थित है. पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान महादेव ने माता पार्वती से विवाह से पहले इस पर्वत का निर्माण किया था. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (भाद्रपद कृष्ण अष्टमी) से भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तक लाखों श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश झील में डुबकी लगाने और कैलाश पर्वत के दर्शन करने के लिए यहां पहुंचते हैं. 
 
श्रीखंड कैलाश 
श्रीखंड कैलाश हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है. यह पर्वत समुद्र तल से कम से कम 5227 मीटर ऊपर है. पौराणिक कथा के अनुसार यहीं भगवान विष्णु ने महादेव के वरदान प्राप्त भस्मासुर का वध नृत्य की सहायता से किया था. श्रीखंड कैलाशा की यात्रा बहुत कठिन मानी जाती है. लेकिन कई श्रद्धालु कठिन यात्रा के बाद यहां पहुंचते हैं.   

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)

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