डीएनए हिंदी: राजस्थान के घेवर तीज, सावन और रक्षाबंधन तीनों त्योहारों में जान डाल देते हैं. ये तीनों त्योहार इस मिठाई के बगैर अधूरे से हैं. यह मिठाई खाने में जितनी टेस्टी है इसके कुछ हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं. आईए जानते हैं बरसात के मौसम में ही क्यों बनती है यह मिठाई
हेल्थ बेनिफिट्स (Health Benefits of Ghevar in Hindi)
आयुर्वेद की मानें तो सावन और भाद्रपद के महीने जुलाई, अगस्त और सितंबर में वात और पित्त की प्रधानता होती है. इस दौरान शरीर में सूखापन और एसिडिटी की शिकायत बनती है. इसकी वजह से लोगों को बेचैनी होती है. घेवर कई सारी समस्याओं को दूर करता है, यह मिठाई जितनी ही टेस्टी लगती है उतना ही इसके स्वास्थ्य लाभ भी हैं
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कैसे बनता है घेवर
दरअसल, घेवर चीनी और घी से बनता है, जिसमें वात और पित्त शांत करने वाले गुण होते हैं. इससे मन भी शांत होता है. यह मिठाई केवल बरसात के दौरान ही बनाई जाती है क्योंकि हवा की नमी इसे बनाने में मदद करती है .कहा जाता है कि यह मिठाई तीज, रक्षाबंधन में ज्यादा बनती है.
इसलिए बरसात में बनती है यह मिठाई (Reason to make this sweet dish in Monsoon)
घेवर शुद्ध देसी घी में मैदा मिलाकर बनाया जाता है. घी कभी भी शरीर के लिए नुकसानदायक नही होता है , जब घेवर ठंडा होता है तो उसे चाशनी में डुबोया जाता है और फिर उसपर कटे हुए मेवे और केसर छिड़क दिए जाते हैं
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