डीएनए हिंदीः भगदौड़ भरी जिंदगी, ऑफिस में ढेर सारा काम और प्रेशर, निजी लाइफ में उथल- पुथल, ऐसी कई वजहें हैं, जिसके कारण आजकल लोग डिप्रेशन (Mental Disorders) जैसी समस्या से जूझ रहे हैं. इतना ही नहीं, कई लोग इन सब चीजों की वजह से इस कदर परेशान हो जाते हैं कि अपनी जान तक दे देते (World Mental Health Day) हैं. यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में आत्महत्या के मामले बढ़े हैं. लेकिन, लोग यहां तक एकाएक नहीं पहुंचते. ऐसे लोग लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान रहते हैं. बता दें कि कुछ लोगों में मानसिक बीमारियों का खतरा अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा होता है. आज हम आपको ऐसे ही 5 लोगों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें मानसिक बीमारियों का खतरा (Mental Health) ज्यादा होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में...
इन 5 लोगों को अधिक होता है मानसिक रोगों का खतरा (Risk Of Mental Disorders)
आनुवंशिक प्रवृतियां के कारण (Genetic Predisposition)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ अगर किसी के घर में पहले कोई मानसिक रोगी रहा हो या हर बार पीढ़ी में कोई न कोई मानसिक रोगों का शिकार हुआ हो तो ऐसे लोगों में आनुवंशिक प्रवृतियां होती हैं और वो मानसिक रोगियों के शिकार हो सकते हैं.
शराब और अन्य नशीली चीजों का सेवन (Alcohol And Other Drug Use)
शराब और अन्य नशीली चीजों का सेवन आपको मानसिक बीमारियों की ओर ले जा सकता है. बता दें कि ये आपको डिप्रेशन, बाइपोलर डिसऑर्डर और सेजोफ्रेनिया जैसी बीमारियों का शिकार बना सकता है.
तनावपूर्ण जीवन के कारण (Stressful Life Events)
इसके अलावा तनावपूर्ण जीवन जीना आपको कभी भी मानसिक बीमारियों का शिकार बना सकता है और दुख आपको अवसाद में डाल सकता है. इसकी वजह से आपको अकेलेपन से जूझना पड़ सकता है. ऐसे में इस स्थिति से बाहर आना आपके लिए मुश्किल हो सकता है और फिर यही मानसिक बीमारियों का कारण बनता है.
कुछ बीमारियों के कारण (Diseases)
इसके अलावा कैंसर, हृदय रोग और डायबिटीज जैसी पुरानी बीमारियां आपको मानसिक स्वास्थ्य स्थिति होने या विकसित होने की अधिक संभावना बना सकती हैं. साथ ही दिल का दौरा पड़ने, कैंसर के इलाज के दौरान या दुख आपको उदास कर सकता है और निराश महसूस करवा सकता है.
बेघर और बेरोजगारी के कारण (Homelessness And Unemployment)
बेघर और बेरोजगारी ये दोनों स्थितियां किसी को भी अवसाद में डाल सकती हैं और समय के साथ स्थिति में बदलाव न होने पर व्यक्ति परेशान रह सकता है. ऐसे में व्यक्ति गंभीर रूप से अवसाद के शिकार हो सकता है और ऐसे लोग आसानी से मानसिक रोगों के शिकार हो सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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