Young Age Pregnancy Side Effects: कम उम्र में मां बनने पर बच्चे की सेहत पर भी पड़ता है असर

| Updated: Jul 21, 2022, 06:18 AM IST

young girl Pregnancy के कई साइड इफेक्ट्स हैं. अगर कम उम्र में लड़की मां बन जाती है तो बच्चे और उसके सेहत पर क्या असर होता है जानिए.

डीएनए हिंदी: कम उम्र (Young Mother) में मां बनना या गर्भधारण (Pregnancy) करने से मां और बच्चे दोनों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अगर आप छोटी उम्र यानी 20 साल में प्रेग्नेंट हो जाती हैं तो आपकी सेहत पर इसका काफी असर पड़ सकता है. इसलिए आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा.

अगर आप छोटी उम्र में मां (Teenager Mother) बन जाती हैं तो आपको इस रिश्ते को समझने में वक्त लगता है क्योंकि आप उतनी मेच्यौर नहीं होती हैं. कम उम्र में मां बनने के पीछे भी कई कारण होते हैं. मां बनने के बाद मां और बच्चे के सेहत पर इसका क्या असर होता है इसके बारे में हम आज बात करेंगे. पहले जान लेते हैं कि जल्दी उम्र में मां बनने के पीछे क्या कारण होते हैं 

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कारण

  • कई बार जानकारी के अभाव में असुरक्षित यौन संबध बन जाते हैं और गर्भ ठहर जाता है. 
  • छोटी उम्र में शादी करवा देना भी एक कारण है 
  • कई बार प्रेग्नेंट होने के बाद बच्चे को संभाल नहीं पाती हैं. 
  • कई बार कम उम्र में शादी होने पर पारिवारिक दवाब भी इसका कारण बनता है
  • घर में आर्थिक दिक्कत और शिक्षा की कमी 
     

नुकसान (Side Effects in Hindi) 

कम उम्र में मां बनने से ज्यादातर लड़कियों को बीपी की समस्या हो सकती है. हाई बीपी आगे जाकर दिल की बीमारी का संकेत देते हैं. 

ब्लड प्रेशर (BP) होने से शुगर (Diabetes) होने की शिकायत भी हो सकती है. छोटी उम्र में मां बनने से शरीर कमजोर हो जाता है और कई तरह की बीमारियां आपके शरीर पर अटैक करती हैं. 

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बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) पर काफी असर पड़ता है, यहां तक की बच्चे के शारीरिक विकास पर भी इसका काफी असर होता है. बच्चा कई तरह की दिक्कतों का सामना करता है. मां भी शारीरिक रूप से कमजोर हो जाती है. 

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अगर लड़कियां कम उम्र में मां बनती हैं तो उनके साथ ये समस्या अक्सर सामने आती है. उन्हें प्री मेच्यौर डिलीवरी (Pre Mature Delivery) का सामना करना पड़ सकता है. जो जज्जा और बच्चा दोनों की जान के लिए खतरा होता है, वहीं इस उम्र में बच्चे को ठीक से पोषण न मिलने की वजह से बच्चा कम वजन का हो सकता है. जिससे उसकी सेहत पर बुरा असर पड़ता और गर्भ में ठीक से विकास भी नहीं हो पाता है।

कम उम्र में मां बनने से वैजाइना और ब्लैडर के बीच एक होल बन जाता है. इसकी वजह से लड़की को आगे जाकर लगातार यूरिन और ब्लिडिंग पास की समस्या बनी रहती है. फिस्टूला में दिक्कत आनी शुरू हो जाती है. 
 

Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 


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