इस घोड़े की खूबसूरती देखते ही कहते हैं लोग- स्वर्ग से आया है, 3000 साल पुरानी है नस्ल

घोड़े की इस प्रजाति का नाम है अखल टेके (Akhal Teke). इस घोड़े से जुड़ी कई दिलचस्प बाते हैं जिनके बारे में जानकर शायद आपको यकीन नहीं होगा.

डीएनए हिंदी: घोड़े की रेस और घुड़सवारी के बारे में आपने कई लोगों से सुना होगा. मगर आप ऐसे घोड़े के बारे में नहीं जानते होंगे जिसे गोल्डन होर्स के नाम से भी जाना जाता है. इसे देखेंगे तो ऐसा लगेगा जैसे सोने के धागों से इसका शरीर बनाया गया है.
 

इसलिए नाम पड़ा अखल टेके

घोड़े की इस नस्ल को अखल टेके (Akhal-teke) के नाम से जाना जाता है. ये तुर्कमेनिस्तान के कराकुम रेगिस्तान में मिलता है. टेके आदिवासी जनजाति ने हजारों साल पहले अखल मरुस्थल में घोड़े की इस नस्ल का पालन-पोषण किया था. इसलिए इसका नाम रखा गया अखल टेके.
 

3000 साल पुरानी नस्ल


ये देखने में एकदम अलग और अनोखा है. इसके शरीर की मेटेलिक शाइन दूर से ही देखते बनती है. ये 3000 साल पुरानी नस्ल है. घोड़ों की इस नस्ल को अरबी घोड़ों से भी पुराना बताया जाता है.

मालिक के वफादार



कहा जाता है कि ये घोड़ा अपने जीवन में सिर्फ एक ही व्यक्ति के साथ रिश्ता बनाता है. कहा जाता है कि ये सिर्फ अपने मालिक को ही सवारी करने देते हैं. इनकी वफादारी की मिसाल भी दुनिया भर में दी जाती है. ऐसा कहा जाता है कि इस नस्ल के घोड़े आम घोड़ों की तुलना में अपने मालिक की बात काफी जल्दी समझ जाते हैं.
 

दुनिया भर में सिर्फ 6,600


अखल टेके घोड़ों की एक दुर्लभ प्रजाति बन चुकी है. इनकी सबसे ज्यादा जनसंख्या तुर्कमेनिस्तान और रूस में है. मगर दुखद ये है कि दुनिया भर में इस नस्ल के सिर्फ 6, 600 घोड़े ही बचे हैं. 
 

सबसे महंगे घोड़ों में शुमार


ये दुनिया के सबसे महंगे और खुबसूरत घोड़ों में शुमार हैं. इनकी कीमत करोड़ों में लगाई जाती है. लोग जहां इन्हें स्वर्ग से उतरा घोड़ा मानते हैं, वहीं वैज्ञानिकों का दावा है कि घोड़े की आनुवंशिकी के कारण इसकी चमड़ी चमक के साथ लाइट रिफलेक्ट करती है.

तुर्कमेनिस्तान का राष्ट्रीय पशु


अखल टेके तुर्कमेनिस्तान का राष्ट्रीय पशु है. इसे वहां पर बहुत से लोग पालते हैं ,  वहां के आम लोग इसे 'सुपरस्टार' भी कहते हैं.