चांद पर भी बसेगी इंसानों की बस्ती, NASA ने कहा- 2030 तक घर, ऑफिस सब बनेगा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 23, 2022, 07:54 AM IST

सांकेतिक तस्वीर

Life on Moon News: वैज्ञानिकों ने चांद पर जीवन बसाने की तैयारी शुरू कर दी है. NASA ने कहा है कि 2030 तक चांद पर लोगों को बसाना संभव हो जाए.

डीएनए हिंदी: लंबे समय से वैज्ञानिक चांद पर जीवन की संभावनाएं तलाश में लगे हैं. अब अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) ने ऐलान किया है कि जल्द ही ऐसा संभव होने वाला है. नासा के मुताबिक, 2030 तक चांद पर रहना संभव होगा. एजेंसी ने कहा है कि अगले कुछ सालों में चांद से ही काम करना भी शुरू किया जा सकेगा. शुरुआत में चांद पर रहने वाले लोग अंतरिक्ष वैज्ञानिक ही होंगे. ये वैज्ञानिक चांद पर रिसर्च से जुड़े काम करेंगे. नासा जल्द ही अपना नया मिशन भेजने की तैयारी में है. इस मिशन में पुरुष और महिला दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजा जाएगा.

पिछले हफ्ते ही नासा ने अपना नया स्पेस लॉन्च सिस्टम (एसएलएस) रॉकेट लॉन्च किया था. इसकी मदद से नासा ने चांद के लिए अपना स्पेसक्राफ्ट ओरियन (Orion Spacecraft) भेजा था. यह मिशन नासा के आर्टेमिस मिशन को गति देने के लिए अहम होगा. फिलहाल, ओरियन स्पेसक्राफ्ट मानव रहित है. इसका टेस्ट किया जा रहा है कि यह चांद पर जाने और वापस आने में सक्षम है कि नहीं. अगर यह टेस्ट सफल रहा तो अगली बार इसमें अंतरिक्ष यात्रियों को भी चांद पर भेजा जाएगा.

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लंबे समय से हो रही है चांद पर जीवन बसाने की कोशिश
आपको बता दें कि साल 1972 के बाद से अभी तक चांद पर इंसानों को नहीं भेजा जा सका है. अभी के हिसाब से नासा की योजना है कि अंतरिक्ष यात्रियों को चांद की दक्षिणी ध्रुव पर उतारा जाएगा. यह टीम चांद पर एक हफ्ते बिताएगी और पानी की तलाश करेगी. अगर वहां पानी मिल जाता है तो इससे मंगल ग्रह पर जाने के लिए रॉकेट का फ्यूल मिल सकेगा. इसका मतलब है कि चांद पर इंसानों का रहना भी संभव हो सकेगा.

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क्या है आर्टेमिस-1 मिशन?
नासा ने चांद के लिए खास तौर पर आर्टेमिस-1 मिशन भेजा है. इसके तहत भेजा गया स्पेसक्राफ्ट चांद की सतह से लगभग 96.5 किलोमीटर पास से गुजरेगा. यह कुछ हफ्ते तक अंतरिक्ष में बिताकर पृथ्वी पर लौट आएगा. यह 11 दिसंबर को प्रशांत महासागर में उतरेगा. आर्टेमिस-2 मिशन साल 2024 में भेजा जाएगा. इसमें, इंसानों को भेजा जाएगा.

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