Space में गए सबसे उम्रदराज अंतरिक्ष यात्री ने बताई आपबीती- एक समय तो लगा मौत ही आ गई है

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 11, 2022, 09:43 AM IST

स्पेस में गए थे 90 साल के विलियम शैटनर

Blue Origin Space Tourism: सबसे ज्यादा उम्र में अंतरिक्ष में जाने वाले विलियम शैटनर ने एक किताब लिखकर अंतरिक्ष में अनुभवों को शेयर किया है.

डीएनए हिंदी: विलियम शैटनर (William Shatner) की उम्र 90 साल की है. इतनी उम्र में अंतरिक्ष में जाने वाले वह सबसे उम्रदराज़ शख्स बने हैं. विलियम शैटनर, जेफ बेजोस के ब्लू ओरिजन (Blue Origin) जॉय राइड के ज़रिए अंतरिक्ष में पहुंचे थे. अब उन्होंने एक किताब लिखी है और अंतरिक्ष में अपना अनुभव शेयर किया है. विलियम ने बताया है कि उन्हें स्पेस में बहुत डर लग रहा था. उन्होंने कहा कि जब पलटकर दूसरी तरफ देखा तो कुछ भी रहस्यमयी नहीं लग रहा था, आंखों के आगे सिर्फ़ मौत ही नाच रही थी.

ब्लू ओरिजन के न्यू शेपर्ड स्पेसक्राफ्ट में विलियम शैटनर के साथ तीन अन्य लोग भी गए थे. ब्लू ओरिजन प्रोजेक्ट के तहत आप पैसे चुकाकर स्पेस में 100 किलोमीटर ऊंचाई तक जा सकते हैं. इतनी ऊंचाई पर गुरुत्वाकर्षण बल बिल्कुल महसूस नहीं होता है और आपको लगता है कि आपका वजन शून्य हो गया है. इससे पहले, स्पेस में सबसे बुजुर्ग व्यक्ति के जाने का रिकॉर्ड 82 साल के वैली फंक के नाम था. 90 साल के विलियम शैटर ने स्पेस में 10 मिनट बिताने के साथ ही यह रिकॉर्ड तोड़ दिया.

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स्पेस में जारी ही जीरो लगने लगा शरीर का वजन
विलियम शैटनर ने अपनी किताब में लिखा है, 'बड़े शोर शराबे के साथ हम अंतरिक्ष में गए. मैंने पीछे देखा तो धरती गायब सी हो रही थी. स्पेसक्राफ्ट में एक ऐसी डिवाइस थी जो हमें बता रही थी कि हम कितना गुरुत्वाकर्षण (gs) महसूस कर रहे हैं. जब gs 2 हो गया और मैंने अपना हाथ उठाने की कोशिश की तो ये मुश्किल लगा. 3 gs पर मुझे लगा कि मेरा चेहरा सीट में धंसता जा रहा है. मुझे लगा कि मैं ये सब सह नहीं पाऊंगा. एक समय तो मन में ख्याल आया कि मर तो नहीं जाऊंगा? मेरी हालत खराब हो रही थी, अचानक gs एकदम जीरो हो गया, हमारा वजन जीरो हो गया. हम तैरने लगे थे.'

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उन्होंने बताया कि इतनी ऊंचाई से धरती तो बमुश्किल दिखाई दे रही थी. जब दूसरी तरफ देखा तो घना, खाली अंधेरा था. शैटनर ने आगे लिखा है, 'इतने अंधेरे में देखना काफी डराने वाला था. मैंने पलटकर धरती की ओर देखा तो धरती का आकार, बादल और नीला समंदर दिखाई दिया. तब मुझे एहसास हुआ कि हमारी पृथ्वी क्यों मां कही जाती है और मैं उससे ही दूर जा रहा था.'

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