भारत की मिट्टी ने कई महान वैज्ञानिकों को जन्म दिया है. बात जब रक्षा क्षेत्र में किसी महान वैज्ञानिक की होती है, तो सबसे पहले डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का नाम आता है. उनकी लोकप्रियता के कारण कई अन्य वैज्ञानिकों का योगदान आम लोगों के बीच कम ही जाना गया. हालांकि कई और वैज्ञानिक भी थे, जिन्होंने देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई है. ऐसा ही एक नाम है आरएन अग्रवाल का था, जिनका 15 अगस्त की रात को 83 साल की उम्र में निधन हो गया है.
अग्नि मिसाइल का किया था आविष्कार
आरएन अग्रवाल वही वैज्ञानिक थे, जिन्होंने अग्नि मिसाइल को डेवलप करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अग्रवाल ने अग्नि मिसाइल प्रोजेक्ट को सफल बनाने के लिए कई तकनीकी समस्याओं को हल किया था. उन्होंने मिसाइल के डिजाइन से लेकर परीक्षण तक हर पहलू पर काम किया और इस प्रोजेक्ट को सफल तरीके से लीड किया था. उनकी मेहनत और स्पेशलाइजेशन के कारण अग्नि मिसाइल को समय पर डेवलप किया जा सका था, जिसने भारत को एक नई रक्षा शक्ति दी थी.
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शांत जीवन, लेकिन बेजोड़ योगदान
आरएन अग्रवाल ने अपना ज्यादातर जीवन हैदराबाद में बिताया. वे हमेशा मीडिया और सुर्खियों से दूर रहकर अपने काम पर ध्यान देते रहे. अग्नि मिसाइल प्रोजेक्ट की सीक्रेसी के कारण, उनकी उपलब्धियों की चर्चा बहुत कम हुई, लेकिन उनके बिना अग्नि मिसाइल की सफलता अधूरी रहती. उनकी मेहनत और ज्ञान ने भारत को एक मजबूत रक्षा कवच दिया है. उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा.
अग्नि मिसाइल के प्रमुख संस्करण और उनकी खासियतें
अग्नि मिसाइल भारत की स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल है. इसने देश को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया और हमारी सैन्य ताकत को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया.
अग्नि मिसाइल की खासियतें
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