डीएनए हिंदी: भारतीय जनता के लिए ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की फिल्म 'कोई मिल गया' ने एक नया कॉन्सेप्ट पेश किया था. पहली बार देखा गया कि अंतरिक्ष से कोई हवाई जहाज जैसी चीज आई और उससे एक एलियन (Alien) जैसा शख्स यानी 'जादू' उतरा था. इसके बाद अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट यानी यूएफओ (UFO) की खूब चर्चा होने लगी. हिंदी भाषा में इसे उड़न तश्तरी भी कहा जाता है. आज भी कई बार दावे किए जाते हैं कि फलां जगह पर यूएफओ देखा गया. इस तरह के दावे भी किए जाते हैं कि अंतरिक्ष में ऐसे कई यूएफओ उड़ते रहते हैं जिनमें दूसरे ग्रहों के निवासी सफर करते हैं.
यूएफओ की तर्ज पर ही अब दुनिया की कई एजेंसियां, खासकर एयरफोर्स अनमैन्ड एरियल व्हीकल यानी यूएवी का इस्तेमाल करने लगी हैं. ड्रोन को भी एक तरह का यूएवी ही माना जाता है. यूएवी का मतलब हुआ कि ऐसी चीज जो हवा में उड़कर जा सके और उसमें किसी इंसान को न बैठना पड़े. टारगेटेड हमले करने के लिए सेनाएं भी कई तरह के यूएवी का इस्तेमाल करती हैं. आइए समझते हैं कि यूएफओ क्या होता है और इससे जुड़ी क्या संभावनाएं हैं...
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क्या है UFO?
जैसा कि नाम से ही पता चलता है 'अनआइडेंटिफाइडे' यानी जिसकी पहचान तय नहीं है. 'फ्लाइंग ऑब्जेक्ट' यानी उड़ने वाली चीज. कुल मिलाकर हवा में उड़ने वाली एक ऐसी चीज जिसकी पहचान तय नहीं है और जिसके बारे में ज़्यादा जानकारी भी मौजूद नहीं है. सैकड़ों सालों से लोग इस तरह का दावा कर रहे हैं कि उन्होंने UFO यानी उड़न तश्तरी जैसी चीजें देखीं. कई बार दावे होने की वजह से इन बातों पर खूब रिसर्च और चर्चा भी होती रहती है.
क्या दूसरी दुनिया से आते हैं UFO?
ज्यादातर लोगों का मानना है कि UFO दूसरी दुनिया से आते हैं. इनके मुताबिक, ये दूसरी दुनिया के लोगों के 'हवाई जहाज' हैं और इनमें एलियन्स ही होते हैं. हालांकि, अभी तक एलियन होने के कोई सबूत नहीं पाए गए हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि भले ही एलियन नहीं पाए गए हैं लेकिन ब्रह्मांड के इतने छोटे से हिस्से की जानकारी के आधार पर हम ऐसी संभावनाओं को पूरी तरह से खारिज भी नहीं कर सकते हैं.
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यूएफओ देखे जाने की ज्यादातर घटनाओं के बारे में वैज्ञानिकों का मानना है कि ये सामान्य हवाई जहाज, उल्का पिंड, कोई दूसरा उपग्रह या उड़न तश्तरी के आकार में बने बादल हो सकते हैं. भूगोल की ज्यादा समझ न होने की वजह से लोग इन्हें यूएफओ और एलियन जैसी चीजें समझ लेते हैं. ऐसे मामलों में अफवाहें भी खूब फैलती हैं. कई बार तो ऐसे मामले भी सामने आए हैं जब यूएफओ देखे जाने की चर्चा हुई और सच्चाई यह निकली कि वहां कोई गुब्बारा उड़ता देखा गया था.
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24 जून 1947 को पहली बार ऐसा हुआ ता जब अमेरिका के वॉशिंगटन के पास कुछ उड़ता हुआ देखा गया. उस समय की इस घटना के बाद सनसनी मच गई थी. दावा किया गया कि 9 यूएफओ एकसाथ हवा में उड़ रहे थे. इसी घटना की वजह से 24 जून और 2 जुलाई को विश्व यूएफओ दिवस भी मनाया जाता है. तमाम रिसर्च के बावजूद अभी तक किसी भी तरह के एलियन या यूएफओ के होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी है. हालांकि, जैसा कि वैज्ञानिक कहते हैं कि ब्रह्मांड में मौजूद संभावनाओं को देखते हुए किसी भी चीज को पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता है.
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