डीएनए हिंदी: पृथ्वी इस सौरमंडल का सबसे अनोखा ग्रह है. इसकी संरचना और मानव जीवन के लिए ज़रूरी वातावरण इसे सबसे खास बनाते हैं. हमारी पृथ्वी पर कई तरह के मौसम होते हैं, दिन और रात होती हैं. इस सबके पीछे वैज्ञानिक कारण हैं. पृथ्वी की अलग-अलग जगहों की भौगोलिक स्थिति के हिसाब से इन चीजों में बदलाव भी होता है. इस सबके बावजूद पृथ्वी का एक सबसे बड़ा गुण यह है कि वह अपनी धुरी पर घूमती है. इसके अलावा, वह सूरज का चक्कर भी काटती है. ये दो घटनाएं पृथ्वी पर कई घटनाओं का कारण बनती हैं.
पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने की वजह से दिन और रात होते हैं. अपनी धुरी पर एक चक्कर लगाने में पृथ्वी को लगभग 24 घंटों का समय लगता है. यही कारण है कि दिनभर में कुछ घंटे दिन और कुछ घंटे की रात होती है. सूरज से पृथ्वी की दूरी और पृथ्वी की अलग-अलग जगहों के हिसाब से दिन और रात छोटी-बड़ी होती रहती है. कुछ इलाकों में दिन छोटा होता है तो कुछ जगहों पर रात. कई ऐसी जगहें भी हैं जहां दिन और रात बिल्कुल बराबर होते हैं.
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अपनी धुरी पर घूमने के साथ-साथ पृथ्वी सूरज का चक्कर भी लगाती है. जैसे-जैसे पृथ्वी सूरज के पास आती है तो गर्मी बढ़ने लगती है. भारत में यह काम 21 जून से 23 सितंबर तक होता है. इसके बाद जब पृथ्वी सूरज से दूर जाने लगती है तो गर्मी कम हो जाती है और सर्दियां बढ़ने लगती हैं. यही दूरी जब न तो बहुत कम होती है और न ही बहुत ज्यादा तो बारिश होती है. हालांकि, इसमें भी गर्मी-सर्दी और बारिश का स्तर इस बात से तय होता है कि आप पृथ्वी के किस हिस्से पर रहते हैं.
अगर पृथ्वी घूमना बंद कर दे?
अगर पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमना बंद कर दे तो दिन-रात होना बंद हो जाएगा. इसका मतलब है कि पृथ्वी का जो हिस्सा सूरज की ओर होगा, वहां हमेशा के लिए दिन ही रहेगा और जो हिस्सा पीछे की ओर होगा वहां हमेशा के लिए रात हो जाएगी. कुछ ऐसे भी हिस्से होंगे जहां सूर्योदय जैसा माहौल बना रह जाएगा और कुछ जगहों पर हमेशा के लिए सूर्यास्त ही दिखता रहेगा.
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पृथ्वी का सूरज के चारों ओर चक्कर लगाना, मौसम बदलने का सबसे बड़ा कारण है. ऐसे में अगर पृथ्वी सूरज का चक्कर लगाना भी बंद कर दे तो सूरज की ओर झुके हिस्से पर गर्मी हमेशा पड़ेगी. दूसरी ओर, जो हिस्सा सूरज की ओर झुका नहीं होगा और पृथ्वी के दूसरे सिरे की ओर होगा वहां हमेशा के लिए सर्दी पड़ने लगेगी. कुछ ऐसे हिस्से होंगे जहां साल भर बारिश ही होती रहेगी और कुछ हिस्सों में सूखे का माहौल पैदा हो जाएगा.
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धरती पर आ जाएगा तूफान
पृथ्वी अपनी धुरी पर लगभग 1,700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घूम रही है. हालांकि, हमें इसका एहसास नहीं होता है क्योंकि पूरा वातावरण भी इसी के हिसाब से चल रहा है. अगर पृथ्वी अचानक से घूमना बंद कर दे तो लगभग इतनी ही रफ्तार से हवाएं चलने लगेंगी. आपको बता दें कि जो बड़े-बड़े तूफान आते हैं उनकी रफ्तार भी 200 से 300 किलोमीटर प्रति घंटा तक ही होती है. ऐसे में पृथ्वी के रुकने से जो तूफान उठेगा, उससे धरती पर मौजूद हर चीज अपनी जगह से उड़ सकती है. यहां तक कि बड़े-बड़े पहाड़ भी उखड़ सकते हैं.
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