डीएनए हिंदी : 3 मई(Eid 2022) को भारत में ईद मनाई जाने वाली है. इस बार पूरी दुनिया में ईद 3 मई को मनाई जाने वाली है. अमूमन ईद दुनिया भर में दो दिन मनाई जाती है. सऊदी अरब में ईद भारत से एक दिन पहले मनती है पर इस बार सभी देशों में इसका एक ही दिन मुक़र्रर किया गया है.
क्यों मनाई जाती है दो दिन ईद
मीठी ईद शव्वाल के चांद के दिखने के साथ मनाई जाती है. इसका अर्थ यह हुआ कि जब इस्लामिक कैलेंडर में रमजान का महीना ख़त्म होता है और शव्वाल का महीना शुरू होता है तब ईद मनाई जाती है. इस्लामिक कैलेंडर चांद के दिखने पर चलता है. ईद उल फ़ित्र या मीठी ईद का दिन ईद बात पर आधारित करता है कि आप रहते कहां हैं. अर्थात, इसमें आपके रहने की जगह की भौगोलिक स्थिति का बड़ा योगदान है. यही वजह है कि सऊदी अरब में ईद एक दिन पहले मनाई जाती है जबकि कई अन्य देशों में एक दिन बाद.
इस पूरी दुनिया मना रही है एक साथ ईद
उम्मीद थी कि रविवार को शाम में सऊदी अरब में शव्वाल का चांद दिख जाएगा और यहां ईद मनाई जाएगी. उसके एक दिन के बाद 3 मई(Eid 2022) को भारत में भी ईद मनाई जाती पर रविवार को कहीं भी शव्वाल का चांद नज़र नहीं आने की वजह से ईद की तारीख के रूप में मई का तीसरा दिन तय हुआ. दुनिया भर के देश अब कल ही ईद मनाएंगे. सयुंक्त अरबी अमीरात के साथ क़तर, कुवैत, बहरीन, मोरक्को, मस्कट, सूडान, मिश्र, ट्यूनीशिया, इराक़, फिलिस्तीन और अरबी देशों ने अपने यहां मंगल वार को ईद मनाने का आदेश ज़ारी किया है.
इस्लामिक कैलेंडर को हिजरी कैलेंडर कहा जाता है
माना जाता है कि 622 ईस्वी में जब मुहम्मद साहब(Muhammad Sahab) मक्का से मदीना आए थे तब हिजरी कैलेंडर की शुरुआत हुई थी. मक्का से बिछड़ने यानी हिज्र की वजह से ही इस कैलेंडर का नाम हिजरी कैलेंडर पड़ा.
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