डीएनए हिंदी : इस साल का सबसे स्पेशल शादी सीजन शुरू हो चुका है. आने वाले 3 मई को साल का सबसे अच्छा लगन माना जा रहा है, यानी मुहूर्तों में इस दिन को विशिष्टता हासिल है. इस दिन को बहुत सारी शादियां होती हैं. क्या ख़ास है इस दिन को, क्यों यह लगन है इतना जबर?
3 मई को अक्षय तृतीया है
इस साल अक्षय तृतीया 3 मई को है. अक्षय तृतीया(Akshay Tritiya) को शादी के लिए विशेष दिन माना जाता है. यह मान्यता इसलिए है कि अक्षय तृतीया के साथ 'अक्षय' शब्द का समावेशन है. इसका अर्थ होता है कभी न ख़त्म होने वाला. यह धारणा है कि इस दिन शुरू किया गया काम कभी ख़त्म नहीं होता है. इस ख़ातिर अक्षय तृतीया को वैवाहिक मुहूर्तों में ख़ास दर्जा मिला हुआ है. धार्मिक मतों के अनुसार इन दिन विवाह के बंधन में बंधी जोड़ियों को अक्षयता का वर हासिल रहता है.
शुक्र रहता है अच्छे भाव में
3 मई को बैसाख की तृतीया तिथि है. 3 अंक का स्वामी वृहस्पति ग्रह होता है. वृहस्पति के शुभ लग्न में होने से तमाम अवरोह ख़त्म होते हैं. दूसरी अच्छी बात यह है कि इस दिन शुक्र भी योगकारक अवस्था में होगा जो वैवाहिक जोड़ियों के लिए सुखकारक होगा.
अक्षय तृतीया में विवाह करने से ख़त्म हो जाता है मांगलिक दोष
इस दिन को विशिष्ट मुहूर्त के रूप में इसलिए भी देखा जाता है कि यह वर अथवा वधु के मांगलिक दोषों का निवारण कर देता है. दरअसल अक्षय तृतीया(Akshay Tritiya) का शुभ लग्न हानिकारक ग्रहों के प्रभाव को बेहद कम कर देता है.