डीएनए हिंदी : महाराष्ट्र में भीषण राजनैतिक उठा-पटक चल रही है. 29 जून की देर शाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है और प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने की कवायदें शरू हो गई हैं. नई सरकार में देवेंद्र फड़णवीस मुख्यमंत्री होंगे और शिवसेना के बाग़ी नेता एकनाथ शिंदे उप मुख्यमंत्री रहेंगे. सूत्रों के अनुसार बीजेपी (BJP) और शिंदे गुट के बीच सरकार गठन को लेकर फॉर्मूला भी तय हो गया है. दोनों पक्षों ने इस पर अपनी रजामंदी भी दे दी है. गौरतलब है देवेंद्र फडणवीस पहले भी महराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं पर बीच में सत्ता उनके हाथ से निकल गई थी और शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य की कमाल संभाली थी. भाजपा के सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के बाद भी फड़णवीस मुख्यमंत्री नहीं बन पाए थे और इसमें सबसे अहम् रोल उनके ग्रहों-नक्षत्रों का था. दरअसल देवेंद्र फड़णवीस की ग्रहदशा में शनि की साढ़े साती के योग चल रहे हैं. यह योग कभी तख़्त दिलाता है तो कभी तख़्ते पर बिठा देता है. आइए जानते हैं क्या कहती है महाराष्ट्र के भावी मुख्यमंत्री की कुंडली और क्या हो सकते हैं उनके आगे के योग?
हाल में हुए शनि गोचर का मिला है लाभ
देवेंद्र फडणवीस की कुंडली(Devendra Fadnavis Kundali) में शनि वर्तमान में बेहद प्रबल अवस्था में विराजमान हैं. शनि के बारे में माना जाता है कि यह ग्रह बेहद अनोखे चाल चलता है. अपनी प्रबल और दुर्बल अवस्था दोनों में नखरे दिखाता रहता है. पिछ्ले दो सालों से फड़णवीस शनि की साढ़े साती की अवस्था से गुज़र रहे हैं. इस वजह से प्रबल दावेदार होने के बाद भी उनके हाथ से सत्ता निकल गई थी. हालांकि शनि के वर्तमान गोचर(Shani Gochar June) ने उनके लिए जादुई असर किया है और राजयोग बन रहे हैं.
इस राजयोग के साथ समस्या यह है कि यह शनि की प्रबलता का नतीज़ा है, अत: यहां स्थायित्व की कमी रहेगी. इसका अर्थ है कि सत्ता के हाथ में होने के बाद भी उसके निकलने का डर बना रहेगा अथवा सत्ता हाथ से निकल सकती है. कुछ अन्य ग्रहों के गोचर फडणवीस के पक्ष में नहीं है.
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उद्धव की कुंडली भी डालेगी महाराष्ट्र की राजनीति पर असर
चूंकि फडणवीस और उद्धव ठाकरे(Uddhav Thakre) महाराष्ट्र की राजनीति के केंद्र में हैं, दोनों की कुंडली वहां की राजसत्ता के लिए मायने रखती है. उद्धव के भाग्य के हिसाब से कहानी अभी आधी ही लिखी गई है और पिक्चर का असल मर्म बाक़ी है. शिवसेना चुप नहीं बैठने वाली है, वह पलट कर वार करेगी. वहीं देवेंद्र फडणवीस की कुर्सी के लिए खींच तान केवल उतनी नहीं रहेगी जितनी दिख रही है. मामला नज़र आ रहे दृश्यों से अधिक गहरा है.
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