डीएनए हिंदी: Aparajita Vastu Upay- नीली चाय इन दिनों लोगों की पसंदीदा पेय है. इसे बेहद स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है. क्या आप जानते हैं, यह वास्तु के लिहाज़ से भी बेहद महत्वपूर्ण है?
जिस तरह तुलसी, शमी, मनी प्लांट को वास्तु में बहुत शुभ माना गया है उसी तरह अपराजिता को भी वास्तु शास्त्र में और वैदिक शास्त्र में शुभ बताया गया है. मान्यता है कि अपराजिता फूल भगवान विष्णु को बहुत प्रिय है. इसलिए इसे विष्णुप्रिय नाम से भी जाना जाता है. आइए जानते हैं घर में सुख समृद्धि के लिए किस तरह लगाना चाहिए अपराजिता फूल.
ज्योतिष शास्त्र में अपराजिता फूल के पौधे के कई महत्व बताए गए हैं. माना जाता है कि घर पर इस फूल को रोपने से संपन्नता आती है साथ ही व्यक्ति की कई समस्याएं दूर हो जाती हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार अपराजिता फूल के शुभ परिणाम पाने के लिए व्यक्ति को फरवरी या मार्च के बीच इस फूल को रोपना चाहिए.
अपराजिता फूल घर के लिए बहुत शुभ माना जाता है. इसलिए इसे बगीचे में लगाने से घर सभी कोनों में सकारात्मक ऊर्जा पहुंचती है. कहा गया है कि अपराजिता के बेल या पौधे को घर के उत्तर दिशा में लगाएं. ऐसा करने से घर में धन की वृद्धि होती है और सकारात्मकता बनी रहती है. भूलकर भी इसे दक्षिण या पश्चिम में ना लगाएं ऐसा करने से परेशानी बढ़ सकती है.
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जिन लोगों की कुंडली में साढ़े साती है या शनि दोष मौजूद है उन्हें शनि देव को अपराजिता का फूल जरूर अर्पित करना चाहिए. माना यह भी जाता है कि अपराजिता के फूलों को साथ में रखकर शुभ कार्य शुरू करने से वह काम सफल होते हैं.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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