Brahmastra Weapon Power: जानिए क्यों ब्रह्मा जी ने किया था विश्व के इस सबसे विनाशकारी अस्त्र का निर्माण

Written By शांतनू मिश्र | Updated: Jun 27, 2022, 06:08 PM IST

Brahmastra Weapon Power: ब्रह्म देव

Brahmastra Weapon Power: ब्रह्मास्त्र को विश्व का सबसे विनाशकारी अस्त्र माना जाता है, इसमें कई परमाणु बमों की क्षमता होती है.

डीएनए हिंदी: Brahmastra Weapon Power- ब्रह्मास्त्र की चर्चा हर तरफ है. हाल ही में बॉलीवुड की फिल्म ब्रह्मास्त्र (Brahmastra Film) का ट्रेलर भी रिलीज हुआ था. मगर क्या आप जानते हैं जिस दिव्य अस्त्र पर इस फिल्म का नाम रखा गया है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वह ब्रह्मांड का सबसे शक्तिशाली अस्त्र है. माना जाता है कि केवल इस एक अस्त्र में कई परमाणु बमों की क्षमता है. इस शक्तिशाली अस्त्र का निर्माण भगवान ब्रह्मा ने किया था और इसे प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को कठोर तपस्या करनी पड़ती है. आइए जानते हैं क्यों ब्रह्मा जी ने किया था ब्रह्मांड के इस सबसे विनाशकारी अस्त्र का निर्माण.

क्यों हुआ था ब्रह्मास्त्र (Brahmastra Weapon) का निर्माण?

ब्रह्मास्त्र का अर्थ है ब्रह्म का अस्त्र. ब्रह्म देव वह हैं जिन्होंने सृष्टि का निर्माण किया था. मान्यता है कि जब देवताओं को हराकर दैत्यों ने स्वर्ग पर आधिपत्य हासिल कर लिया था तो ब्रह्म देव ने इस विनाशकारी अस्त्र का निर्माण किया था. जिससे दैत्यों ने हार मानकर वापस देवताओं को सौंप दिया था. 

कैसे लगा मनुष्यों के हाथ?

ब्रह्मास्त्र को हासिल करने के लिए भगवान ब्रह्मा जी को प्रसन्न करना बहुत आवश्यक है. मान्यता है कि पौराणिक काल में मनुष्य देवताओं से उनके अस्त्र प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या करते थे. ब्रह्मास्त्र को हासिल करने के लिए अनेकों देवताओं और दैत्यों ने प्रयास किया. किन्तु जिसने कठोर तपस्या से ब्रह्मा जी को प्रसन्न किया उन्हें ही यह अस्त्र प्राप्त हो पाया. वेद-ग्रंथों में लिखा गया है कि देवताओं से यह अस्त्र गन्धर्वों को प्राप्त हुआ और उनसे मनुष्यों को. 

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मनुष्य में ब्रह्मास्त्र (Brahmastra Weapon Power) का पहला इस्तेमाल राजा विश्वामित्र ने महर्षि वशिष्ठ पर किया था किन्तु उन्होंने अपनी साधना से इसके प्रकोप को रोक दिया और संसार का विनाश होने से भी बचा लिया. शास्त्रों में बताया गया है कि अगर युद्ध में दो ब्रह्मास्त्र एक दूसरे से टकराते हैं तो प्रलय आना निश्चित है. यह अस्त्र जहां भी गिरता है वहां किसी भी चीज का नामों-निशान नहीं बचता है. कई प्रकार के विषैले रसायन वातावरण में फैल जाते हैं. जिससे जीव जन्तु भी नहीं बच पाते हैं. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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