डीएनए हिंदी: Chanakya Niti- आचार्य चाणक्य को दूरदर्शी विद्वान के रूप में जाना जाता है. उनके नीतियों ने व्यक्ति को कई प्रकार के संकटों से बचाया है. आचार्य चाणक्य एक शिक्षक के साथ-साथ रणनीतिकार और राजनीतिज्ञ भी थे. उन्होंने जीवन के संबंध में भी कई ऐसी बाते बताई हैं ज सुखी जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. आचार्य जी ने बताया था कि संकट के समय में लोगों को किस तरह व्यवहार करना चाहिए और उससे निपटने के लिए क्या-क्या कदम उठाने चाहिए. चाणक्य नीति के इस भाग में आइए जानते हैं कि संकट के समय किन बातों का रखना चाहिए व्यक्ति को ध्यान.
Chanakya Niti- एकता में ही बल है
संकट के समय जो लोग एकजुट होकर उससे निपटने का प्रयास करते हैं उन्हें ही सफलता हाथ आती है. युद्ध के इस मुख्य नियम का पालन आम जनता को भी करना चाहिए. इससे सभी प्रकार के कष्ट आसानी से दूर हो जाते हैं.
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किसी के प्रयास में ना निकालें गलतियां
संकट के समय में किए गए प्रयासों में कमी या गलतियां नहीं निकालनी चाहिए. जो ऐसा करते हैं वे केवल समय बर्बाद करते हैं ना की उस संकट से लड़ने में मदद करते हैं. इसलिए संकट के समय व्यक्ति को गंभीर और धैर्यवान होना चाहिए.
Chanakya Niti- संकट के समय करनी चाहिए दूसरों की चिंता
समाज में नाम और ख्याति पाने के लिए सभी को एकजुट लेकर चलना आवश्यक है. ऐसे में जो लोग आपके साथ मिलकर काम करते हैं संकट के समय उनकी चिंता भी करनी चाहिए. जो सक्षम हैं उन्हें अपने सामर्थ्य के अनुसार कार्य जरूर करना चाहिए.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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