डीएनए हिंदी: आज यानी वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी ( Ganga Saptami 2022 ) का पर्व में देश भर में मनाया जा रहा है. गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा में डुबकी लगाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. पापों का नाश होता है और पितृ दोष भी दूर होता है. इस वर्ष गंगा सप्तमी त्योहार भक्तों के लिए इसलिए भी शुभ है क्योंकि रविपुष्य, श्रीवत्स और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ इस पर्व को मनाया जाएगा.
Ganga Saptami 2022 पर बन रहे हैं तीन शुभ योग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस वर्ष गंगा सप्तमी पर्व के साथ रविपुष्य, श्रीवत्स और सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं. जानकारी के लिए बता दें कि सप्तमी तिथि शुरू हो चुकी है जो आज करीब शाम 5 बजे तक रहेगी.
Ganga Saptami 2022 शुभ मुहूर्त
सुबह सूर्योदय के साथ शुरू होने वाला रवि पुष्य योग दोपहर 2:56 मिनट तक रहेगा. इस बीच सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है. 8 मई को प्रातः 11:05 मिनट से दोपहर 1:41 मिनट तक पूजा का शुभ या अबूझ मुहूर्त बना हुआ है.
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Ganga Saptami 2022 महत्व
इस पर्व के दिन मां गंगा में डुबकी लगाने से सभी पापों का नाश होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मान्यता यह है कि इस दिन मां गंगा में स्नान-ध्यान करने से 10 तरह के पापों से छुटकारा मिलता है. वह हैं कायिक, वाचिक और मानसिक. कायिक श्रेणी में किसी दूसरे की वस्तु रखना, हिंसा करना, पराई स्त्री के नजदीक जाना आते हैं. इसके अपशब्द कहना, झूठ बोलना या पीठ पीछे किसी की बुराई करना यह सभी को वाचिक पाप की श्रेणी में शामिल है. साथ ही दूसरों की चीजें छीनना, दूसरों का बुरा करने के बारे में सोचना या गलत विचार लाने को मानसिक श्रेणी में रखा गया है. मां गंगा में स्नान करने से इन सभी पापों से मुक्ति मिलती है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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