डीएनए हिंदी: Gupt Amarnath- देवभूमि के नाम से प्रख्यात हिमाचल प्रदेश को पवित्र राज्यों में गिना जाता है. माना जाता है कि स्वयं देवी-देवता यहां वास करते हैं. आप सभी बाबा अमरनाथ के विषय में जरूर सुना होगा जिनका धाम जम्मू-कश्मीर में है. लेकिन हिमाचल प्रदेश में भी आप भगवान शिव के प्राकृतिक शिवलिंग के दर्शन कर सकते हैं. भगवान के इस रूप को गुप्त अमरनाथ (Gupt Amarnath Mandi) के नाम से जाना जाता है. दूर-दूर से श्रद्धालु भगवान शिव के इस रूप के दर्शन के लिए आते हैं. कश्मीर के अमरनाथ धाम की तरह ही वे एक विशाल गुफा में दर्शन देते हैं और भक्तों की प्रार्थना सुनते हैं. आइए जानते हैं इस धाम के बारे में कुछ और रोचक बातें.
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के सुंदरनगर में धारली नामक स्थान पर एक गुफा में गुप्त अमरनाथ भक्तों को दर्शन देते हैं. केवल सड़क मार्ग से यहां पहुंचा जा सकता है. बता दें जिस गुफा में प्राकृतिक रूप से निर्मित गुप्त अमरनाथ शिवलिंग उपस्थित हैं उसका आकार 40 फुट लंबा और 20 ऊंचा है. यहां करीब 200 लोगों की क्षमता है. इस जगह की खास बात यह है कि भगवान शिव का अभिषेक साल के 6 महीने जलधारा से होती. यह जलधारा भी प्राकृतिक है. इसे मां गंगा का ही स्वरूप माना गया है.
गुप्त अमरनाथ शिवलिंग के दर्शन के लिए यहां तीन द्वार मौजूद हैं. पहला शिला के नीचे है और उसका रास्ता संकरा है. दूसरे द्वार पर महादेव के गण मौजूद हैं जो काली ताकतों से प्रभावित व्यक्ति को अंदर जाने से रोकते हैं.
तीसरे व अंतिम द्वार पर भगवान शिव के प्रिय गण नंदी जी प्राकृतिक रूप में मौजूद हैं. इन्हीं की आज्ञा के बाद ही भगवान के दर्शन के लिए भक्त गर्भ गृह में जाते हैं. इस गुफा की बनावट कुछ ऐसी है जिससे बाहर से आ रही रौशनी सीधे शिवलिंग पर पड़ती है. माना जाता है कि भगवान शिव के इस रूप के दर्शन करने से और प्रार्थना करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. शिवरात्रि के दिन भगवान के इस रूप के दर्शन के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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