Jagannath Rath Yatra 2022: भगवान जगन्नाथ के इस मुस्लिम भक्त की मजार पर थम जाता है रथ का पहिया

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 03, 2022, 12:51 PM IST

Jagannath Rath Yatra 2022: जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा

Jagannath Rath Yatra 2022: नगर भ्रमण के दौरान भगवान का रथ एक मुस्लिम भक्त की मजार पर कुछ देर रुक जाता है, आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी. 

डीएनए हिंदी: एक जुलाई से भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2022) पर निकल चुके हैं. इसका समापन 12 जुलाई को होगा. जगन्नाथ पुरी मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु इस भव्य यात्रा का हिस्सा बनने के लिए एकत्रित होते हैं. मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ और बड़े भाई बलभद्र से बहन सुभद्रा ने नगर भ्रमण की इच्छा व्यक्त की थी. तब भगवान ने उन्हें रथ पर यात्रा करवाई थी. तब से ही इस भव्य रथ यात्रा की प्रथा प्रचलित है. इस यात्रा के दौरान वे 7 दिनों तक अपनी मौसी के घर गुंडीचा मंदिर रुके थे. आज भी इसी प्रथा का पालन किया जाता है. रथ यात्रा में भगवान के रथ (Jagannath Rath Yatra 2022) को खींचने के लिए हजारों की संख्या में भक्त आगे आते हैं. माना जाता है कि यह करने से व्यक्ति को पुण्य प्राप्त होता है. 

लेकिन जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान एक ऐसी भी घटना घटित हुई थी जिसे सुनकर आज भी लोग आश्चर्य से भर जाते हैं. बता दें कि नगर भ्रमण के दौरान भगवान का रथ एक मुस्लिम भक्त की मजार पर कुछ देर ठहरता है, आइए जानते हैं इसके पीछे की कहानी. 

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इस मुस्लिम भक्त की मजार पर ठहरता है भगवान का रथ (Jagannath Rath Yatra 2022)

भगवान जगन्नाथ जी के भक्तों की संख्या करोड़ों में है. माना जाता है कि भगवान जगन्नाथ जिस भक्त से प्रसन्न हो जाते हैं उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. ऐसे ही एक भक्त का नाम था सालबेग. मुस्लिम संप्रदाय से नाता रखने वाले सालबेग की भगवान जगन्नाथ में अटूट आस्था थी. वह हमेशा उनके दर्शन के लिए मंदिर आता है. कुछ समय बाद उसका आना बंद हो गया और उसकी आकस्मिक मृत्यु हो गई.

जब यात्रा निकाली गई तब अचानक ही सालबेग के मजार पर आकर रथ रुक गया. आश्चर्य की बात यह है कि रथ को रोकने के लिए कई लोगों की मेहनत लगती है. लेकिन ऐसे रथ का रुक जाना भक्तों के लिए एक आश्चर्य का विषय था. कुछ समय यह रथ ऐसे ही खड़ा रहा. फिर भगवान से प्रार्थना करने के बाद रथ आगे बढ़ा. तब से यह परंपरा अब तक चली आ रही है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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