Jyeshtha Month 2022: इस माह में इन तीन कार्यों से होगा ग्रह दोष समाप्त

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 20, 2022, 11:49 AM IST

ज्येष्ठ मास 2022

Jyeshtha Month 2022 : इस मास में आप अपने ग्रह दोष से मुक्ति चाहते हैं तो इन तीन कामों को जरूर करना चाहिए.  

डीएनए हिंदी: हिन्दू पंचांग में ज्येष्ठ मास ( Jyeshtha Month 2022 ) को बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. यह मास हिन्दू वर्ष का तीसरा महीना है. इस महीने सूर्य देव आर बजरंगबली की विधिवत पूजा करने से कई प्रकार के खास फल प्राप्त होते हैं. यह वही मास है जब प्रभु श्रीराम की भेंट पवनपुत्र हनुमान जी से हुई थी. इस मास की खासियत यह है कि इस पूरे महीने गर्मी अपने चरम पर रहती है. सूर्य की ज्येष्ठ प्रवृत्ति को देखते हुए शास्त्रों में इस मास का नाम ज्येष्ठ मास वर्णित किया गया है. 

इस मास में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं. दान-पुण्य करने से ग्रह दोष मुक्त होते हैं. आप भी अगर इससे मुक्ति चाहते हैं तो बताए गए इन तीन कामों को जरूर करें. 

Jyeshtha Month 2022 : जीव-जंतुओं के लिए करें जल की व्यवस्था

इस मास में पानी का दान करने से जीवन में कई तरह की बाधाएं दूर हो जाती है. जैसा पहले बताया गया है कि यह महीना सबसे गर्म रहता है इसलिए इस मास में जल दान करने से पुण्य मिलता है साथ ही ग्रह दोष से मुक्ति प्राप्त होती है. इसलिए घर के बाहर या पक्षियों के लिए छत पर साफ पानी की व्यवस्था करें. 

जब Swami Raghvendra के सामने आदोनी के नवाब ने रख दिया था मांस का टुकड़ा

तिल का दान करें 

शास्त्रों में तिल के दान को बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. ज्येष्ठ मास में तिल के दान से अकाल मृत्यु का डर दूर होता है. साथ ही ग्रह दोष भी समाप्त हो जाता है. शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि इस मास में एक समय भोजन करने से मनोकामना पूर्ण होती है और इससे स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. भोजन के बजाय आप बेल के रस का सहारा ले सकते हैं. इसमें कई तरह के पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जो आपके सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. 

Jyeshtha Month 2022 : सूर्य को जल नियमित रूप से डालें

ज्येष्ठ मास में सूर्य देव की आराधना को भी बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है. इसलिए सूर्य देव को जल डालने से कई प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं. प्रातः उठकर श्रीहरी और मां लक्ष्मी का ध्यान करें और स्नान-ध्यान करके सूर्य अर्घ्य दें. तांबे के लोटे या कलश में रोली, अक्षत और फूल डालकर जल देने से मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है. साथ ही जीवन में सकरात्मकता आती है.

Lakshmi Puja on Friday : शुक्रवार को यूं करें देवी लक्ष्मी की पूजा, घर भरा रहेगा धन-धान्य से

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Jyeshtha Month 2022 Hindu Month Dharma