Skand Puran की इन बातों से बनाएं जीवन को सफल

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 26, 2022, 11:15 PM IST

भोलेनाथ

मान्यता यह है कि स्कंद पुराण के पाठ से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, आइए जानते हैं इसमें बताई गई कुछ खास बातें.

डीएनए हिंदी: हिन्दू धर्म में सभी वेद पुराणों को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. वहीं स्कंद पुराण को महापुराण कहा गया है. क्रमों की बात करें तो स्कंद पुराण तेरहवें स्थान पर है और इसमें 81 हजार श्लोक हैं. इस पुराण की खास बात यह है कि इसका नाम भगवान शिव के बड़े पुत्र भगवान कार्तिकेय के नाम पर रखा गया है. यह पुराण शैव संप्रदाय का है जिसमें तारकासुर के वध की कथा वर्णित है. मान्यता यह भी है कि इस पुराण के पाठ से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि इसमें महाकाल की कथा का वर्णन मिलता है. साथ ही इसमें भगवान भोलेनाथ के 12 ज्योतिर्लिंगों की उत्पत्ति का वर्णन मिलता है. आइए जानते हैं स्कंद पुराण में लिखी कुछ ऐसी बातें जिनको जानना जरूरी है. 

जीवितं च धनं दारा पुत्राः क्षेत्र गृहाणि च।
याति येषां धर्माकृते त भुवि मानवाः।।

जिस मनुष्य जीवन में धन, स्त्री, पुत्र, घर-गृहस्थी का काम और खेत – ये 5 चीजें होती हैं, उसी मनुष्य का जीवन इस धरती पर सफल माना जाता है. 

धन

मनुष्य के जीवन में धन कमाना अनिवार्य माना गया है. जीवन में सुख और समृद्धी से जीने के लिए धन की आवश्यकता जरूर पड़ती है. इसके बिना जीवन संघर्ष के साथ बीतता है. धर्म ग्रंथों में बताए गए पुरुषार्थ में अर्थ यानि धन सबसे शीर्ष स्थान पर है. 

स्त्री

जीवन में मां, बहन अर्धांगिनी यह सभी रिश्ते बहुत मायने रखते हैं. इनके बिना पुरुष का जीवन अधूरा माना जाता है. इसलिए यह कहावत भी प्रचलित है कि 'हर सफल व्यक्ति के पीछे एक स्त्री का हाथ होता है'. 

संतान 

सभी माता-पिता के जीवन में संतान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. चाहे वह लड़की हो या लड़का दोनों के होने से दम्पत्ति के जीवन का बड़ा अधूरापन दूर हो जाता है. 

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गृहस्थी का काम

यह जरूरी नहीं कि केवल मनुष्य ही गृहस्थ जीवन की जिम्मेदारियां संभालते हैं बल्कि महिलाएं भी इसका निर्वाहन बाखूबी करती हैं. यह हर फर्ज भी बनता है कि वह अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करे. इसलिए कहा जाता है कि जो मनुष्य अपने जिम्मेदारियों से पीछा छुड़ाता है या उससे भागत है वह कभी सुखी नहीं रह पाता है. 

खेत

स्कंद पुराण में यह साफ-साफ लिखा है कि खेती करने वाला व्यक्ति या मिट्टी से जुड़े हुए व्यक्ति को सुख और आनंद की अनुभूति होती है. इससे न केवल व्यक्ति के भाग्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है बल्कि वह स्वस्थ भी रहता है. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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