Narada Jayanti 2022: जानिए किस दिन मनाई जाएगी पहले Journalist माने जाने वाले 'देवर्षि नारद' की जयंती

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 16, 2022, 11:35 AM IST

नारद मुनि

Narada Jayanti 2022: नारद मुनि की जयंती ज्येष्ठ मास के कृष्णपक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है.

डीएनए हिंदी: सनातन धर्म में अगर भगवान विष्णु के प्रिय भक्तों की बात की जाती है तो देवर्षि नारद ( Narada Jayanti 2022 ) का नाम सबसे पहले लिया जाता है. माना यह भी जाता है कि नारद मुनि ब्रह्मांड के सबसे पहले पत्रकार थे. हर साल भगवान ब्रह्मा के मानस पुत्र नारद मुनि की जयंती ज्येष्ठ मास के कृष्णपक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है. अंग्रेजी कैलंडर के अनुसार नारद जयंती इस वर्ष 17 मई 2022, मंगलवार को मनाई जाएगी. हिन्दू पंचांग के अनुसार यह समय 16 मई को सुबह 9:43 से शुरू होकर अगले दिन सुबह 06:25 पर तक रहेगा. 

नारद मुनि के विषय में रोचक बातें

  • हिन्दू धर्म में देवर्षि नारद को पूजनीय माना जाता है. वह इसलिए क्योंकि भगवान श्रीहरी के भक्तों में इनका नाम सर्वप्रथम लिया जाता है. 

  • नारद मुनि को ब्रह्मांड का पहला पत्रकार इसलिए कहा जाता है क्योंकि वह वायु मार्ग के ज़रिए सभी ओर तीनों लोकों से जुड़ी सूचनाओं को प्रसारित करते थे. 

  • देवलोक सहित नारद मुनि की पहुंच दानवों और मृत्युलोक में भी थी. इसलिए उनका सत्कार सभी लोकों में किया जाता था. 

  • एक कथा यह भी प्रचलित है कि भगवान विष्णु ने जब देवर्षि को संसार का विस्तार करने की अनुमति दी उन्होंने ऐसा करने से यह बताते हुए मना कर दिया कि भोग भक्ति में सबसे बड़ी बाधा है. इसपर श्रीहरी ने क्रोधित होकर उन्हें यह श्राप दिया कि वे इधर-उधर आजीवन विचरण करते रहेंगे और अविवाहित रहेंगे. 

Daily Horoscope : बिगड़ सकती हैं बनी-बनाई योजनाएं, मेष-मिथुन के जातक रहें सावधान

नारद जयंती का महत्व

देवर्षि नारद हर समय भगवान श्री विष्णु की साधना में लीन रहते हुए ‘नारायण नारायण’ जपते रहते हैं.  शास्त्रों के अनुसार नारद जयंती पर्व पर देवर्षि नारद की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि, सौभाग्य और बुद्धि की प्राप्ति होती है. हिंदू शास्त्र नारद ऋषि की विनोदप्रियता की भी अक्सर गवाही देते हैं. नारद की पूजा करना जीवन में हास्य-बोध और विनोदप्रियता को उचित स्थान देना भी है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. 

हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.