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Mesh Sankranti 2022: पंजाब में बैसाखी तो असम में Bihu, जानिए इस पर्व का महत्व और पूजा विधि

जानिए कब है Mesh Sankranti 2022 का पुण्य काल और महा पुण्यकाल और कैसे करें सूर्य देव की पूजा.

Mesh Sankranti 2022: पंजाब में बैसाखी तो असम में Bihu, जानिए इस पर्व का महत्व और पूजा विधि
मेष संक्रांति 2022

डीएनए हिंदी: जब सूर्य देव एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश करते हैं उस क्रिया को शस्त्रों में संक्रांति कहा गया है. ज्योतिष विद्वानों के अनुसार आम जीवन में सूर्य की संक्रांति एक खास महत्व रखती है क्योंकि इस दिन से ही नए माह की फिर शुरुआत होती है. आज मेष संक्रांति (Mesh Sankranti 2022) है. सौर कैलेंडर के अनुसार मेष संक्रांति से नए वर्ष का प्रारंभ होता है. इस संक्रांति के दिन गंगा में या किसी भी नदी में स्नान करने से और सामर्थ्य अनुसार दान करने से मनवांछित फल प्राप्त होता है. साथ ही पुण्य प्राप्ती भी होती है और सूर्य देव (Surya Dev) की आराधना से धन, समृद्धि, सफलता, संतान सुख जैसे कई आशीर्वाद प्राप्त होते हैं. जानिए कब है मेष संक्रांति का पुण्य काल और महा पुण्य काल.

मेष संक्रांति 2022

हिन्दू पंचांग (Hindu Calendar) के अनुसार, 14 अप्रैल गुरुवार को सूर्य का मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश होगा. सूर्य देव मेष (Mesh Rashi) में जिस समय प्रवेश करेंगे, वह अवधि मेष संक्रांति होगी. मेष संक्रांति का समय सुबह 08:56 बजे निर्धारित है.

मेष संक्रांति 2022 पुण्य काल

पुण्य काल अवधि 7 घंटे 15 मिनट की होगी. जो सुबह 05 बजकर 57 मिनट से शुरू होगी और दोपहर 01 बजकर 12 मिनट तक रहेगी.

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मेष संक्रांति 2022 महा पुण्य काल

पंचाग के अनुसार महा पुण्य काल 04 घंटे 16 मिनट का होगा. यह महा पुण्य काल सुबह 06 बजकर 48 मिनट पर शुरु होगा और 11 बजकर 04 मिनट पर समाप्त होगा.

पूजा विधि

मेष संक्रांति के दिन स्नान और दान प्रातः काल से ही शुरू हो जाता है, लेकिन मान्यता यह है कि महा पुण्य काल में स्नान और दान करने से सूर्य देव अधिक प्रसन्न होते हैं. स्नान के बाद सूर्य देव की पूजा करें. उनको लाल फूल, लाल चंदन, अक्षत और शक्कर पानी में घोलकर अर्पित करें. सामर्थ्य अनुसार गेहूं, लाल चंदन, लाल वस्त्र, घी, गुड़ आ​दि का दान करें. आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी.

अन्य नाम

मेष संक्रांति को देश में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. पंजाब में बैसाखी (Baisakhi 2022), असम में बिहु (Bihu 2022), बंगाल में पोहला बोइशाख, केरल में विशु (Vishu 2022) नाम से जाता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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