डीएनए हिंदी: हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हिन्दू धर्म में महत्वपूर्ण माना जाने वाला व्रत रंभा तृतीया व्रत 2022 (Rambha Tritiya 2022) रखा जाता है. यह व्रत उन अविवाहित महिलाओं के लिए खास है जो अपने लिए मनचाहा पति तलाश रही हैं. इस दिन विधिवत पूजा-अर्चना करने से भगवान शिव, माता पार्वती और मां लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं. इस दिन विवाहित महिलाएं अपने घर-परिवार की खुशी के लिए यह व्रत रखती हैं. रंभा तृतीया रंभा तीज के नाम से भी प्रचलित है. मान्यता यह है कि इस तिथि के दिन स्वर्ग की अप्सरा रंभा ने सौभाग्य और खुशी की प्राप्ति के लिए व्रत को किया था. इस दिन महिलाएं सोलह शृंगार कर व्रत का संकल्प लेती हैं. आइए जानते हैं किस दिन रखा जाएगा ये व्रत और कैसे करें भगवान की पूजा.
कब रखा जाएगा Rambha Tritiya 2022 व्रत?
हिन्दू पंचांग के अनुसार तृतीय तिथि की शुरुआत 01 जून, बुधवार के दिन रात को 9 बजकर 47 मिनट पर हो रही है. साथ ही इसका समापन तीसरे दिन 03 जून, शुक्रवार को रात के 12 बजकर 17 मिनट पर होगी. जबकि उदय तिथि 02 जून, गुरुवार को है इसलिए यह 02 जून 2022 को ही रखा जाएगा.
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रंभा तृतीय पूजा विधि
व्रत (Rambha Tritiya 2022) के दिन सुबह स्नान-ध्यान करके पूजा का संकल्प लें और पूर्व दिशा में बैठकर स्वच्छ आसन पर भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें. पूजा स्थल पर पांच दीपक जलाएं और सर्वप्रथम भगवान गणेश की पूजा करें. इसके बाद माता पार्वती को चंदन, कुमकुम, लाल-फूल, मेहंदी, अक्षत और अन्य सामग्री अर्पित करें. साथ ही भगवान शिव, उनके पुत्र गणेश और अग्निदेव को चंदन, अबीर, गुलाल और पुष्प आती अर्पित करें.
करें इस मंत्र का ध्यानपूर्वक जाप
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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