Shiv Sankalp Sukt: जब भी करें शिव की पूजा, ज़रूर करें इस संकल्प सूक्त का पाठ

ऋतु सिंह | Updated:Feb 18, 2023, 06:54 AM IST

Sawan 2022, Sawan Somwar 2022

Shiv Sankalp Sukt: भगवान शिव के आशीर्वाद से ही सृष्टि में खुशहाली और शांति बनी रहती है.

डीएनए हिंदी: Shiv Sankalp Sukt- आज श्रावण मास 2022 के पहले सोमवार के दिन लाखों शिव भक्तों ने भगवान शिव की आराधना की और उन्हें जल अर्पित किया. मान्यता यह है कि श्रावण मास में भगवान शिव की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. शास्त्रों में भी महादेव को परमपिता परमेश्वर के रूप में वर्णित किया गया है. भगवान शिव (Sawan 2022 Upay) के आशीर्वाद से ही सृष्टि में खुशहाली और शांति बनी रहती है. व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि व वैभव के लिए भगवान शिव का आशीर्वाद होना आवश्यक है. देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए वेद पुराणों में कई मंत्रों के विषय में बताया गया. श्रावण मास 2022 (Shravan Maas 2022) के पहले दिन शिव संकल्प सूक्त का पाठ करने से कई शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं और भगवान शिव आरोग्य, धन और वैभव का आशीर्वाद देते हैं.

शिव संकल्प सूक्त मंत्र (Shiv Sankalp Sukt Path)

यज्जाग्रतो दूरमुदैति दैवंतदु सुप्तस्य तथैवैति।
दूरङ्गमं ज्योतिषां ज्योतिरेकंतन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु।।

येन कर्माण्यपसो मनीषिणोयज्ञेकृण्वन्ति विदथेषु धीराः।
यदपूर्वं यक्षमन्तः प्रजानां तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु।। 

यत्प्रज्ञानमुतचेतो धृतिश्चयज्ज्योतिरन्तरमृतं प्रजासु।
यस्मान्नऋते किञ्चन कर्मक्रियतेतन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु।।

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येनेदं भूतं भुवनं भविष्यत्परिगृहीतममृतेन सर्वम्।
येन यज्ञस्तायते सप्तहोतातन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु।। 

यस्मिन्नृचः साम यजूंषियस्मिन् प्रतिष्ठिता रथनाभाविवाराः।
यस्मिश्चित्तं सर्वमोतं प्रजानांतन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु।।

सुसारथिरश्वानिव यन्मनुष्यान्नेनीयतेऽभीशुभिर्वाजिन इव।
हृत्प्रतिष्ठं यदजिरं जविष्ठंतन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु।।

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