डीएनए हिंदी: Sawan Pradosh Vrat 2022- श्रावण मास का दूसरा सोमवार आज है. इस वर्ष सावन का दूसरा सोमवार अत्यंत खास है वह इसलिए क्योंकि इस दिन सोम प्रदोष व्रत रखा जाएगा. साथ ही इस दिन अत्यंत शुभ योग का निर्माण हो रहा है. हिन्दू पंचांग के अनुसार इस सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और ध्रुव योग का निर्माण हो रहा है. मान्यता है कि इन शुभ योग में भगवान शिव (Bhagwan Shiv Puja) की पूजा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. आइए जानते हैं क्या है इस दिन का महत्व और किस मुहूर्त में करें भगवान शिव की पूजा.
सावन के दूसरे सोमवार के दिन व्रत और विशेष पूजा करने से भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती प्रसन्न होती हैं और सभी इच्छाएं पूर्ण करते हैं. इस दिन व्रत रखने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं, धन लाभ, संतान सुख और लंबे से परेशान कर रहे रोग से मुक्ति प्राप्त होती है.
सावन कृष्ण त्रयोदशी: 25 जुलाई को शाम 04:15 से 26 जुलाई को शाम 06:46 बजे तक
प्रदोष काल: 25 जुलाई को शाम 07:17 से उसी दिन रात 09:21 तक
मान्यता है कि सावन सोमवार और सोम प्रदोष व्रत भगवान शिव के अति प्रिय दिवस के रूप में जाने जाते हैं. बताए गए शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की पूजा करने से सभी कष्ट, दुख-दर्द दूर हो जाते हैं. साथ ही भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है.
Sawan 2022 Upay: सावन के दूसरे सोमवार पर इस तरह करें भगवान शिव की पूजा, जानें खास मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।
ॐ ऐं ह्रीं शिव गौरीमय ह्रीं ऐं ॐ
पत्नीं मनोरमां देहि, मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीम दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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