Somvati Amavasya 2022: सोमवती अमावस्या पर इन कार्यों को करने से बचें, जानिए व्रत रखने का महत्व

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 21, 2022, 03:24 PM IST

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सोमवती अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान और पूजा-पाठ करना चाहिए. इस दिन व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है.

डीएनए हिंदीः हिंदू धर्म में हर माह आने वाली अमावस्या का बहुत महत्व माना जाता है. कहा जाता है कि हर अमावस्या एक अलग महत्व होता है. इस दिन पूजा-पाठ का भी विशेष महत्व माना जाता है. इतना ही नहीं इस दिन व्रत रख पितरों को तिल चढ़ाने से पितरों को संतुष्ट किया जा सकता है. यही कारण है कि इस दिन पितरों को संतुष्ट करने के लिए कई तरह के उपाय किए जाते हैं. 

सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को  सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) के नाम से भी जाना जाता है. कहा जाता है कि सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. आइए जानते हैं इस दिन किस तहर के कार्यों के करने से बचना चाहिए. 

सोमवती अमावस्या पर इन कार्यों को करने से बचें

  1. यूं तो कभी भी किसी का अनादर नहीं करना चाहिए लेकिन ज्योतिष शास्त्र में सोमवती अमावस्या के दिन किसी का भी अपमान करना बहुत गलत माना गया है. 
  2. इस दिन किसी को भी ठेस पहुचाने से बचना चाहिए. ऐसे में अपने से छोटों या बड़ों से बात करते समय कड़वे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. 
  3. सोमवती अमावस्या के दिन गलती से भी श्मशान घाट नहीं जाना चाहिए. 
  4. कहा जाता है कि इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा करते समय पेड़ को छूना नहीं चाहिए. 
  5. सोमवती अमावस्या के दिन देर तक सोने के बजाए सुबह जल्दी उठना चाहिए. 
  6. इस दिन मांस और मदिरा का सेवन करने से भी बचने की सलाह दी जाती है. 
  7. सोमवती अमावस्या के दिन नाखून भी नहीं काटने चाहिए. 

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सोमवती अमावस्या के दिन करें ये काम
सोमवती अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान और पूजा-पाठ करना चाहिए. इस दिन व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इस दिन किसी जरूरतमंद को उसकी जरूरत के हिसाब से दान देने पर सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. ऐसे में आप भी कोशिश करें कि सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखकर पूजा-पाठ करें. साथ ही गलती से भी मासाहारी भोजन न करें. इससे ना केवल आपके जीवन में सब कुशल होगा बल्कि धन की भी प्राप्ति होगी. 

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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