डीएनए हिंदी: बदलते दिनचर्या के साथ लोगों के व्यवहार में भी कई तरह के बदलाव आया है. उसमें से सबसे खतरनाक है गुस्सा (Vastu for Anger Control). यह न केवल आपके काम बिगाड़ता है बल्कि आपके स्वास्थ्य पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इसलिए गुस्से पर काबू पाना बहुत जरूरी है. वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं जिनका पालन करने से व्यक्ति अपने गुस्से पर काबू (Anger Control) कर सका है. बता दें कि वास्तु के इन उपायों से घर में, खान पान में और अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने से गुस्से पर काबू पाना आसान हो जाता है. आइए जानते हैं कि गुस्से पर काबू पाने के व्यक्ति को क्या करना चाहिए.
वास्तु के अनुसार घर में साफ-सफाई रखना गुस्से को कम करता है. इसलिए घर के कोने में भी कचड़ा नहीं होना चाहिए. अगर व्यक्ति नियमित रूप से इस बात का ध्यान रखेगा तो वह देखेगा कि उसका गुस्सा कम होने लगेगा.
आप अगर गुस्से पर काबू (Anger) रखने में असमर्थ हो रहे हैं और इससे छुटकारा चाहते हैं तो स्नान-ध्यान के बाद सूर्य को अर्घ्य जरूर नियमित रूप से दें. नित-दिन ये कार्य करने से धीरे-धीरे आपका क्रोध कम हो जाएगा.
सेंधा नमक का इस्तेमाल गुस्से को कम करने में भी किया जाता है. वास्तु में बताया गया है कि घर के कोनों में कटोरी में सेंधा नमक रखने से नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाएंगी. साथ ही व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक शक्तियों का संचार होगा और व्यक्ति का क्रोध अपने-आप कम हो जाएगा.
Rambha Trititya Vrat 2022: स्वर्ग की वह सुंदर अप्सरा जिनके नाम पर किया जाता है रंंभा तृतीया व्रत
माना जाता है कि लाल रंग के अधिक इस्तेमाल से लोगों में गुस्सा भी अधिक आता है. इसलिए जिन लोगों को ज्यादा गुस्सा आता है वे घर में दीवार, बेडशीट, पर्दे आदि पर लाल रंग के इस्तेमाल से बचें. ऐसा करने से आप अपने व्यवहार में बदलाव पाएंगे.
वास्तु के अनुसार अगर व्यक्ति को छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आता है तो उसे सोमवार का उपवास जरूर करना चाहिए. इस दिन रात के समय चंद्र देव को अर्घ्य दें और उनसे प्रार्थना करें. इस दिन एक समय भोजन करें. जब तक आपको यह आभास नहीं हो जाता कि आपका गुस्सा हर प्रकार से शांत हो गया है तब तक इस व्रत को नियमित रूप से रखें.
Temple Etiquette : मंदिर में घंटी बजाने से होंगे ये फायदा, इसके पीछे है वैज्ञानिक और धार्मिक महत्व
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.