Vastu Ishan Disha: अगर आप बना रहे हैं नया घर तो ईशान दिशा पर जरूर रखें ध्यान, घर में नहीं होगी अशांति

| Updated: Apr 11, 2022, 04:57 PM IST

ईशान दिशा वास्तु

वस्तु में ईशान दिशा को पवित्र माना गया है, लेकिन क्या इस दिशा में बेडरूम का निर्माण हो सकता है? इस लेख से जानिए.

डीएनए हिंदी: वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) में दिशाओं का बहुत महत्व माना जाता है. शस्त्रों में मुख्य रूप से 8 दिशाओं का वर्णन किया गया है. उत्तर, पूर्व, दक्षिण और पश्चिम दिशा के साथ आग्नेय, नैऋत्य, वायव्य और ईशान दिशा का भी वर्णन किया गया है. बता दें कि इन सभी दिशाओं का अपना-अपना महत्व है, लेकिन ईशान दिशा (Ishan Disha) को विशेष स्थान प्राप्त है. वह इसलिए क्योंकि वास्तु के अनुसार यह पवित्र दिशा है. अब प्रश्न यह उठता है कि क्या इस पवित्र दिशा (Ishan Kon) में बेडरूम का निर्माण (New Home) हो सकता है और अगर ऐसा होता है तो उसके क्या प्रभाव होते हैं? आइये जानते हैं:

ईशान दिशा की विशेषता (Importance of Ishan Disha)

वस्तु के अनुसार ईशान दिशा उत्तर और पूर्व दिशा के बीच स्थित है. इस दिशा में सत्व गुण है, इसलिए कहा यह जाता है कि ईशान दिशा में वही गतिविधियां की जानी चाहिए, जो उसके गुणों से मेल खाती हैं. बता दें कि प्रकृति के तीन गुण हैं सत्व, रजस और तमस.

क्या ईशान दिशा में बना सकते हैं बेडरूम?

वास्तु शस्त्र में बेडरूम (Bedroom) के लिए ईशान दिशा को सही नहीं माना गया है, विशेषकर शादीशुदा लोगों को इस दिशा में बेडरूम का निर्माण बिलकुल भी नहीं किया जाना चाहिए. बेडरूम के निर्माण के लिए इस दिशा के गुण जरूरी ऊर्जा और गुणों के लिए कारगर नहीं माना जाता है.

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ईशान दिशा में बेडरूम होने से क्या पड़ता है प्रभाव?

ज्योतिष विद्वानों की माने तो इस दिशा में सोने वाले विवाहित युगल को जीवन में तनाव झेलना पड़ सकता है. यह तनाव शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार से आप पर प्रभाव डाल सकते हैं. इस दिशा में लम्बे समय तक सोना आपके स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर डालता है, इसलिए बेडरूम बनाने के लिए इस दिशा का उपयोग न करें.

ईशान दिशा में किन चीजों का करा सकते हैं निर्माण

बैठक या अतिथि कक्ष बनाने के लिए ईशान एक उपयुक्त दिशा है. साथ ही यहां पर गार्डन या स्विमिंग पूल भी बनाया जा सकता है. इसके अतिरिक्त अंडरग्राउंड वाटर टैंक का निर्माण भी किया जा सकता है. 

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इन बातों का भी रखें ध्यान

ईशान दिशा को पवित्र दिशा का दर्जा प्राप्त है इसलिए इस स्थान पर गंदगी या कचरा रखना अशुभ माना जाता है. साथ ही इस दिशा में टॉयलेट का या सीढ़ियों का निर्माण भी नकारात्मक ऊर्जा को बुलावा देता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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