Pitru Paksha 2022:जानिए क्यों खिलाया जाता है पितृ-पक्ष में कौओं को भोज, भगवान राम से है कनेक्शन

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 02, 2022, 06:03 PM IST


कौए को भोजन कराने से पितृ होतें हैं तृप्त, यह है किस्सा.

Pitru Paksha 2022 : पितृपक्ष के दौरान आपने कौओं को अन्न देने के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आप इसके पीछे का किस्सा जानते हैं? आइए जानते हैं आखिर क्या है पितृपक्ष में कौओं को अन्न देने की वजह?

डीएनए हिंदी: 10 सितम्बर से पितृपक्ष का महीना (Pitru Paksha 2022) शुरू हो रहा है. इन दिनों कौए को खाना खिलाने से पितृों को तृप्ति मिलती है. पितृपक्ष के दौरान कौए को खाना खिलाना शुभ माना जाता है. हिन्दू धर्म के अनुसार यह मान्यता है कि बिना कौए को खाना खिलाए पितृों को संतुष्टि नही मिलती है. कौए को पितृों का रूप माना जाता है. मान्यता है कि कौओं में पितृों की आत्मा विराजमान होती है. 

यह भी पढ़ें: सितंबर में पड़ रहे हैं ये प्रमुख तीज-त्‍यौहार, जिऊतिया से लेकर नवरात्रि तक की देखें ये पूरी लिस्‍ट

Pitru Paksha 2022 Mytho Stories : कौए को मिला था भगवान राम का आशीर्वाद 

एक प्रचलित कथा के अनुसार एक बार किसी कौए ने माता सीता के पैर में चोंच मार दिया था. जिससे माता सीता के पैरों में घाव हो गया यह देख भगवान राम ने बाण मार के उस कौए की आंख फोड़ दी थी. जिसके बाद कौए को अपने किए पर पछ्तावा हुआ और वह भगवान राम से क्षमा याचना करने लगा. जिसके बाद भगवान राम ने उसे आशीर्वाद दिया और कहा कि तुम्हें भोजन खिलाने से पितृ तृप्त होंगे.  तब से कौए का महत्व बढ़ गया और उन्हें पितृपक्ष के दौरान भोजन कराया जाना लगा. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Pitru paksha 2022 pitru paksha Pitru Paksha kab se hai