डीएनए हिंदी: देश के सबसे अमीर धार्मिक संगठनों में से एक तिरुमाला तिरुपति देवास्थानम (TTD) ने अपने पास मौजूद संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक किया है. इस ब्योरे के हिसाब से कोरोना वायरस (Corona Virus) के दौर में भी मंदिर को दान देने वालों की कमी नहीं रही है. पिछले तीन साल के दौरान तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) को करीब 2,900 किलोग्राम सोना दान में मिला है. टीटीडी की तरफ से शनिवार को व्हाइट पेपर पर अपने फिक्स्ड डिपॉजिट्स और गोल्ड डिपॉजिट्स समेत अपनी संपत्ति की सूची जारी की गई. इसके हिसाब से मंदिर के पास फिलहाल 10.3 टन सोना और 15,938 करोड़ रुपये का भंडार है. साथ ही बताया कि मौजूदा ट्रस्ट बोर्ड ने साल 2019 के बाद अपनी इन्वेस्टमेंट गाइडलाइन्स को पहले से ज्यादा मजबूत बनाया है.
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तीन साल में इतना बढ़ा स्वर्ण भंडार
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर ट्रस्ट का स्वर्ण भंडार साल 2019 में 7339.4 टन था, लेकिन अब यह बढ़कर 10.3 टन हो गया है. इस हिसाब से देखा जाए तो पिछले 3 साल के दौरान ट्रस्ट के भंडार में करीब 2.9 टन (करीब 2,900 किलोग्राम) की बढ़ोतरी हुई है. यह सोना सरकारी बैंकों में गोल्ड डिपॉजिट के तौर पर जमा है, जिसकी मौजूदा भाव पर 5,300 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत है.
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2.26 लाख करोड़ रुपये हो गई है मंदिर की संपत्ति
मंदिर की नेटवर्थ पिछले तीन साल के दौरान बढ़कर 2.26 लाख करोड़ रुपये हो गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, TTD के एक्जीक्यूटिव ऑफिसर एवी धर्म रेड्डी (AV Dharma Reddy) ने बताया की मंदिर ट्रस्ट ने साल 2019 में विभिन्न बैंकों में फिक्स्ड डिपॉजिट्स के तौर परकरीब 13,025 करोड़ रुपये का निवेश किया था. यह रकम अब बढ़कर 15,938 करोड़ रुपये हो गई है. इस निवेश में भी करीब 2,900 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है.
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मंदिर के पास पूरे देश में इतनी संपत्ति
रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर ट्रस्ट के पास पूरे देश में करीब 960 संपत्तियां हैं, जो 7,123 एकड़ जमीन पर फैली हुई हैं. बता दें कि मंदिर की आय का मुख्य साधन दान है, जो श्रद्धालुओं, व्यापारियों और संस्थानों से मिलता है.
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रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रस्ट ने उन सोशल मीडिया रिपोर्ट को खारिज किया, जिसमें TTD चेयरमैन व ट्रस्ट बोर्ड की तरफ से मंदिर के सरप्लस फंड को आंध्र प्रदेश सरकार की प्रतिभूतियों में निवेश करने का फैसला लेने का दावा किया गया है. स्टेट्स नोट के मुताबिक, TTD अपने नियमों के तहत केवल शेड्यूल्ड बैंकों में ही H1 ब्याज दर पर निवेश कर रहा है.
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