Gemology: ये रत्‍न भी करते हैं बीमारियों का इलाज, जानें किस रोग में पहनें कौन सा Gems

ज्‍योतिष शास्‍त्र में रोगों के पीछे भी ग्रहों की दिशा और दशा को जिम्‍मेदार बताया गया है. जातक की कुंडली को देखकर भी यह पता लगाया जा सकता है कि उसे किस रोग के होने संभावना होती है. ग्रहों के कमजोर या नीच होने स्थिति में उस ग्रह से जुड़े रत्‍न बीमारी का इलाज करते हैं.

ऋतु सिंह | Updated: Jul 23, 2022, 03:19 PM IST

1

जीवन में सुख-संपत्‍त‍ि, नौकरी या विवाह आदि के लिए अकधितर ही लोग कुछ न कुछ रत्‍न धारण करते हैं लेकिन क्‍या आपको पता है कि कुछ रोग भी रत्‍नों के धारण करने से दूर हो जाते हैं. तो चलिए आपको बताएं क‍ि कौन सा रत्‍न किस बीमारी में पहनना लाभप्रद होता है. 

2

माणिक्‍य को सूर्य का रत्‍न माना गया है. इस रत्‍न को पहनने से दिल से संबंधित बीमारियां कंट्रोल होती हैं. हाई बीपी और कोलेस्‍ट्रॉल में इस रत्‍न को धारण करना चाहिए. साथ ही ये रत्‍न आंखों से जुड़ी समस्‍या भी माणिक्‍य फायदेमंद है. आंखों की ये रौशनी को भी बढ़ता है. 

3

पन्‍ना को बुध का रत्‍न मना गया है. पन्‍ना धारण करने से स्किन से लेकर दमा, खांसी, मिचली, अनिद्रा तथा टांसिल जैसी बीमारी में पहनना बहुत फायदेमंद होता है. 

4

चंद्रमा का रत्‍न मोती होता है और ये मानसिक रोगों को दूर करने वाला होता है.  इसके अलावा मोती पहनना सांस संबंधी रोग और सर्दी-जुकाम में भी पहनना बहुत लाभकारी होता है.

5

शुक्र का रत्‍न हीरा होता है कई जगह इसे सफ़ेद पुखराज भी बताते हैं. ये रत्‍न ब्‍लड की कमी, सेक्‍सजनित रोग, उदासी, सिर दर्द, माइग्रेन, मोतियाबिंद, हिस्‍टीरिया और टीबी जैसे रोग में पहनना फायदेमंद होता है. 

6

गोमेद राहु का रत्‍न है और ये पाचन से लेकर पेट से संबंधित रोगों से छुटकारा दिलाता है. ये रत्‍न बौद्धिक क्षमता बढ़ता है और सर्दी, कफ तथा पित्त के रोग को दूर रखता है.

7

शनि का रत्‍न नीलम हड्डियों को मजबूत बनाता है. यह रत्‍न मिर्गी, ज्वर, गठिया, एवं बवासीर के रोग में भी फायदा पहुंचाता है.

8

मूंगा को मंगल का रत्‍न माना गया है. मंगल की तरह ही ये रत्‍न ऊर्जा देने वाला होता है. किडनी से लेकर लिवर तक की बीमारी में इसे पहनना लाभकारी होता है.