Guru Gobind Singh Jayanti 2022: इस दिन है प्रकाश पर्व, जानें क्या है धार्मिक महत्व

सिख धर्म में Prakash Parv का विशेष महत्व है. इस दिन दुनिया भर में सिख समुदाय के लोग कई कार्यक्रम करते हैं और गुरुद्वारों में खास आयोजन होते हैं.

प्रकाश पर्व के दिन ​अरदास, भजन, कीर्तन, प्रभात फेरी होती है. भारत ही नहीं दुनिया भर के गुरुद्वारों में इस मौके पर भव्य आयोजन होते हैं. गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व और उससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में जानिए.

9 जनवरी 2022 को है इस साल गुरु गोविंद सिंह की जयंती

सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म पौष माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी ति​थि को हुआ था. इस बार गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व रविवार 09 जनवरी को मनाया जाएगा. यह गुरु गोबिंद सिंह जी का 355 वां प्रकाशपर्व है.

लंगरों में की जाती है सेवा 

यूं तो गुरुद्वारों में हर दिन ही लंगर की व्यवस्था होती है लेकिन प्रकाश पर्व के दिन इसकी अलग ही धूम रहती है. बड़ी संख्या में लोग लंगर छखने के लिए गुरुद्वारे आते हैं. 

पटना साहिब गुरुद्वारे में खास जश्न

प्रकाश पर्व के मौके पर हर साल पटना साहिब गुरुद्वारे में खास आयोजन होते हैं. गुरु गोबिंद साहिब का जन्म यहीं पर हुआ था. दुनिया भर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. 

तस्वीर: बिहार सरकार की वेबसाइट से साभार

प्रभात फेरी, कीर्तन का आयोजन

प्रकाश पर्व के दिन ​अरदास, भजन, कीर्तन, प्रभात फेरी, विशेष लंगर आदि का आयोजन होता है. इस दिन श्रद्धालु गुरुद्वारे जाकर मत्था टेकते हैं. परिवार के सदस्यों के साथ मिलते-जुलते हैं और सेवा कार्य भी करते हैं.

झांकियों और सेवा कैंप का आयोजन

सिख धर्म में सेवा भाव का विशेष महत्व है. हर साल प्रकाश पर्व के मौके पर सिख संगठनों की ओर से कई सारे सेवा कैंप भी आयोजित किए जाते हैं. हालांकि, इस साल कोविड के बढ़ते मामलों की वजह से गुरुद्वारों में भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.