Vastu Tips: लड़का-लड़की की कुंडली से पहले सास और बहू की मिलवाएं कुंडली, वरना हो जाएगी गड़बड़

ज्योतिष शास्त्र (Vastu Shashtra) के विद्यान डॉक्टर ज्योतिवर्धन साहनी कहते हैं कि एक अच्छे पारिवारिक संपर्क और दांपत्य (Happy married life) जीवन बिताने के लिए लड़की की कुंडली उसकी होने वाली सास से मिलवानी चाहिए. इससे उनका आने वाला जीवन मधुर होता है. आईए जानते हैं कैसे

डीएनए हिंदी: अक्सर शादी के मामलों में लड़के और लड़की कुंडली (Kundali) मिलवाई जाती है, ये देखा जाता है कि दोनों में कितना मेल है, दोनों के कितने ग्रह और नक्षत्र मेल खाते हैं. दोनों में कितने गुण समान है.ये सब इसलिए किया जाता है ताकि आगे चलकर इनके रिश्ते में कोई दिक्कत ना हो, इनके बीच लड़ाई कम हो लेकिन कभी हम सास और बहू की कुंडली मिलवाते हैं, नहीं ऐसा नहीं होता है. 

कुंडली मिलवाएं

ज्योतिष के अनुसार हमेशा होने वाली सास और बहू की कुंडली मिलवानी चाहिए, यह सबसे ज्यादा अहम है. दोनों के रिश्ते के लिए इसपर ध्यान देना जरूरी है 

क्या कहती है कुंडली

ज्योतिष के अनुसार कुंडली के दशम भाव जो सप्तम से चतुर्थ भाव होता है, उससे हम सास के बारे में जान सकते हैं. उस भाव में स्थित राशि, उसके राशि , उसके स्वामी की स्थिति तथा उस भाव में बैठे ग्रह और दृष्टि आदि माध्यम से उस भाग को प्रभावित करने वाले ग्रहों के अनुसार हम जातक या जातिका की सास के बारे में जान सकते हैं 
 

क्या कहती है कुंडली

अगर दशम भाव में एक से अधिक पाप ग्रहों का प्रभाव होता है तो ऐसे में सास के साथ रिश्ते में गड़बड़ हो सकती है 

क्या कहती है कुंडली

कुंडली में दशम भाव में एक से अधिक पाप ग्रहों का प्रभाव हो और जातिका हाउसवाइफ हो यानी कि कामकाजी न हो तो विवाद की संभावना अधिक रहती है क्योंकि कामकाजी व्यक्ति को विवाद करने का समय नहीं मिलता
 

क्या कहती है कुंडली

कामकाजी महिलाओं को लड़ने की फु्रसत नहीं मिलती है. जिनकी कुंडली का दशम भाव एक से अधिक पाप ग्रहों के प्रभाव से युक्त हो ऐसी महिलाओं को घर से बाहर जाकर काम करना पसंद आता है.