हर साल एक महीना खरमास का होता है जिसमें मांगलिक कार्यों की मनाही होती है. खरमास में कौन से काम नहीं करने चाहिए और क्यों इसे खरमास कहते हैं, जानें.
Kharmas 2021 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक है. इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. खरमास में दैनिक पूजा-अर्चना करने पर कोई रोक नहीं है. जानें कि खरमास के महीने में कौन से मांगलिक कार्य नहीं किए जाते, इस दौरान क्या करना चाहिए.
1.खरमास या मलमास महीना
इस एक महीने को खरमास या मलमास का महीना कहते हैं. इस महीने को शुभ नहीं माना जाता है. माना जाता है कि सूर्य देव धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं. इसके चलते बृहस्पति ग्रह का प्रभाव क्षीण हो जाता है.
2.गुरु का कमजोर होना अच्छा नहीं माना जाता
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, गुरु को ही लड़कियों की शादी का कारक माना जाता है. साथ ही, रोजगार और कारोबार में भी बाधा आती है. इसी वजह से खरमास के दिनों में कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं.
3.एक महीने में नहीं होती है शादी
खरमास के महीने में हिंदू वैदिक रीति-रिवाज से शादी नहीं होती. इस महीने को शादी के लिए शुभ नहीं माना जाता. इस एक महीने में शादी की बात चलाने, शगुन, सगाई जैसे शुभ काम भी नहीं किए जाते हैं.
4. किसी भी तरह के मांगलिक कार्य नहीं होते
खरमास में शादी ही नहीं किसी तरह के दूसरे मांगलिक कार्य नहीं होते. मुंडन, यज्ञोपवीत, यज्ञ या धार्मिक अनुष्ठानों की भी मनाही है.
5.एक महीने तक गृहप्रवेश भी नहीं होता
इस एक महीने को गृहप्रवेश, जमीन खरीदने, वाहन लेने या भूमि पूजन के लिए भी शुभ नहीं माना जाता. किसी नए कारोबार की शुरुआत भी इस दौरान नहीं होती है.