Sawan 2022 Shiv Mandir: सावन में ज़रूर करें इन मंदिरों के दर्शन, मिलेगा शुभ फल

Sawan 2022 Shiv Mandir:देशभर में ऐसे प्रमुख मंदिर हैं जहां सावन के महीने में शिव भक्तों की संख्या लाखों में होती है. आइए जानते हैं वह कौन से मंदिर हैं जहां भक्तों की सभी मनोकामनाएं होती है पूरी...

शांतनू मिश्र | Updated: Jul 18, 2022, 06:28 PM IST

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हिमालय की गोद में स्थित अमरनाथ मंदिर को हिंदुओं का सबसे पूजनीय तीर्थ स्थल माना गया है. मान्यता यह है कि बाबा अमरनाथ के दर्शन मात्र से ही पुण्य की प्राप्ति होती है. यहां एक गुफा है जहां प्राकृतिक रूप से शिवलिंग का निर्माण होता है. यहां बाबा बर्फानी 10 फुट ऊंचे शिवलिंग के रूप में विराजमान होते हैं. सावन के महीने में ही यहां भक्तों की संख्या लाखों में होती है. 

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देवनगरी उत्तराखंड में स्थित केदारनाथ मंदिर को 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक का स्थान प्राप्त है. रुद्रप्रयाग में स्थित यह मंदिर बहुत ही चमत्कारी माना गया है. मान्यता है कि उत्तराखंड में बद्रीनाथ और केदारनाथ दो प्रधान तीर्थ स्थलों के दर्शन से पहले केदारनाथ मंदिर की यात्रा करना जरूरी है. बाबा केदारनाथ के दर्शन से सभी पापों का नाश होता है और मुक्ति प्राप्त होती है. यहां भी सावन के महीने में लाखों की संख्या में शिव भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं.

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गुजरात के काठियावाड़ क्षेत्र में समुद्र के किनारे स्थित सोमनाथ मंदिर को भी 12 ज्योतिर्लिंगों में गिना जाता है. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के चमत्कारों का महाभारत, श्रीमद्भगवद्गीता एवं स्कंद पुराण में भी उल्लेख किया गया है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां चंद्रदेव ने भगवान शिव को अपना स्वामी मानकर इसी स्थान पर तपस्या की थी. तब से इस स्थान का नाम सोमनाथ (सोम 'चंद्र' नाथ 'स्वामी') हो गया. सावन मास में यहां पर भी लाखों की संख्या में शिव भक्त दर्शन के लिए आते हैं.

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झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ का मंदिर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यह इकलौता ऐसा शिव मंदिर है जहां शिव और शक्ति एक साथ विराजमान हैं. सावन के महीने में लाखों की संख्या में कांवड़िए और शिव-भक्त पवित्र जल भरकर यहां भगवान शिव की पूजा करने के लिए आते हैं.

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हरिद्वार के कनखल में स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर को हिंदू तीर्थ स्थलों में उच्च दर्जा प्राप्त है. यह मंदिर अपनी आस्था और चमत्कार के लिए देश भर में प्रख्यात है. मनाया जाता है कि दक्षेश्वर महादेव मंदिर में जल अर्पित करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. यही कारण है कि सावन के महीने में यहां पर लाखों की संख्या में शिव भक्त दर्शन के लिए आते हैं और महादेव की विशेष पूजा करते हैं.