सावन मास में अगर आप अपनी किसी विशेष मनोकामना को लेकर शिवजी की पूजा कर रहे हैं तो आपको अपनी कामना के अनुसार विभिन्न धातुओं या वस्तुओं से बने शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए.
शिवलिंग कई प्रकार के होते हैं और आपको ये अवश्य जानना चाहिए कि जिस मंशा से आप पूजा कर रहे हैं, उसके मुताबिक कौन सा शिवलिंग आपकी मनोकामना जल्दी पूरी करा सकता है.
भगवान शिव की पूजा दो तरह से होती है
भगवान शिव की पूजा दो तरह से होती है. एक- मूर्तरूप में और दूसरी- शिवलिंग के रूप में। शिवलिंग की पूजा के न केवल नियम अलग होते हैं, बल्कि उनसे मिलने वाले पुण्यलाभों में भी अंतर होता है. शिवलिंग कई प्रकार की वस्तुओं और धातुओं से बने होते हैं. वैसे तो भगवान शिव की पूजा ही मनुष्य की हर मनोकामना को पूरी करती है, लेकिन आपको ये भी पता होना चाहिए कि शिवलिंग जिस चीज से बने होते हैं उसके अनुसार मनोकामना शीघ्र पूरी होती है.
पारद के शिवलिंग
पारद यानी पारा या मर्करी से बना शिवलिंग पुराणों में सर्वोत्तम माना गया है. पारद शिवलिंग को घर या प्रतिष्ठान में रखने की अनुमति है और इस शिवलिंग की पूजा से सुख-शांति, सौभाग्य और बढ़ोतरी का आशीर्वाद मिलता है.
सोने के शिवलिंग
सोने के शिवलिंग की पूजा से ऐश्वर्य और सुख के साथ बैकुंठ की प्राप्ति होती है.
मोती के शिवलिंग
महिलाओं को खास तौर पर मोती के शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए. इससे उनका सुहाग और सौभाग्य दोनों ही दीर्घ जीवी होते हैं.
आटे से बने शिवलिंग
जौ, गेहूं और चावल के आटे को समान भाग में मिलाकर शिवलिंग बना लें. इस अनाज से बने शिवलिंग की पूजा से सुख-समृद्धि और संतान की प्राप्ति के साथ ही रोग से भी बचाव होता है.
बांस का शिवलिंग
बांस के अंकुर से बने शिवलिंग की पूजा उन लोगों को करनी चाहिए जिनकी संतान न हो.
पीतल का शिवलिंग
जीवन में हर प्रकार के सुख की प्राप्ति के लिए पीतल के शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए.
तांबे के शिवलिंग
तांबे के शिवलिंग की पूजा से लंबी आयु का आशीर्वाद मिलता है.
चांदी के शिवलिंग
आर्थिक संकट और पितृ कष्ट से मुक्ति के लिए चांदी के शिवलिंग की पूजा करें.