डीएनए हिंदीः नए साल में मकर संक्रांति का त्योहार 15 जनवरी, सोमवार को मनाया जाएगा. मकर संक्रांति के दिन सूर्योदय के समय स्नान करें और फिर सूर्य देव को जल अर्पित करें. जल में लाल फूल, लाल चंदन और गुड़ मिलाकर सूर्य देव को अर्पित करना चाहिए. इससे सूर्यदेव की कृपा प्राप्त होती है.
मकर संक्रांति का त्योहार ग्रहों के राजा भगवान सूर्य की पूजा के लिए है. उस दिन से खरमास समाप्त हो जाता है. मकर संक्रांति के दिन आपको सूर्य मंत्र का जाप करना चाहिए. यदि आप अपनी राशि के अनुसार प्रभावशाली सूर्य मंत्र का जाप करते हैं तो आपको जल्द ही अपेक्षित परिणाम मिलेंगे. जानिए आपकी राशि के लिए प्रभावी सूर्य मंत्र के बारे में.
मकर संक्रांति 2024: राशि अनुसार सूर्य मंत्र
मेष: ॐ अचिंताय नमः
वृषभ: ॐ अरुणाय नमः
मिथुन: ॐ आदि-भूताय नमः
कर्क: ॐ वसुप्रदाय नमः
सिंह: ॐ भाणवे नमः
कन्या: ॐ शान्ताय नमः
तुला: ॐ इन्द्राय नमः
वृश्चिक: ॐ आदित्याय नमः
धनु: ॐ शरवाय नमः
मकर: ॐ सहस्र किरणाय नमः
कुंभ: ॐ ब्रह्मणे दिवाकर नम:
मीनः ॐ जयिने नमः
सूर्य मंत्र की माला जपें
सूर्य मंत्र का जाप करने के लिए आप रुद्राक्ष की माला का उपयोग कर सकते हैं. यदि आपके पास रुद्राक्ष की माला नहीं है तो लाल चंदन की माला का भी उपयोग किया जा सकता है. सूर्य भगवान का पसंदीदा रंग लाल है, उनकी पूजा में लाल चंदन चढ़ाया जाता है
सूर्य मंत्र का जाप कितनी बार करना चाहिए?
आमतौर पर मंत्र का जाप कम से कम 108 बार किया जाता है. लेकिन कलियुग में सूर्य के दोष दूर करने के लिए सूर्य मंत्र का 27 हजार बार जाप करना चाहिए.
सूर्य का वैदिक मंत्र
ॐ अकृष्णेन राजसा धारा निवेश्यान्मृतं मर्त्यंच.
हिरण्येन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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