डीएनए हिंदीः ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में लगने वाले दोषों (Dangerous Dosh In Kundali) के बारे में बताया गया है. यह दोष व्यक्ति के जीवन पर नकारातम्क असर डालते हैं. इन दोषों (Kundali Dosh) के कारण व्यक्ति को कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलती है. आइये ज्योतिष के अनुसार, ऐसे दोषों (5 Most Dangerous Dosh) के बारे में जानते हैं जो व्यक्ति के लिए बहुत ही बुरे साबित होते हैं. साथ ही जानते हैं कि इन दोषों को कैसे दूर (Dosh Dur Karne Ke Upay) कर सकते हैं.
पितृ दोष
पितरों का श्राद्ध कर्म न करने और उनकी आत्मा को शांति न मिलने पर पितृ दोष लगता है. इस दोष के कारण जीवन में कई समस्याएं होने लगती हैं. यह दोष कुंडली में राहु केतु के साथ में होने या राहु या केतु किसी के साथ सूर्य के आने से पितृ दोष लगता है.
पितृ दोष निवारण उपाय
- पितृ दोष से मुक्ति के लिए रोज कौवों को भोजन खिलाना चाहिए. दिवंगत पूर्वजों का तर्पण करना चाहिए.
- अमावस्या और पूर्णिमा तिथि पर हरिद्वार या किसी पवित्र नदी के तट पर पिंडदान करने चाहिए.
- पितृ पक्ष में श्राद्ध करके भी पितृ दोष को दूर कर सकते हैं.
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कालसर्प दोष
कुंडली में कालसर्प दोष राहु और केतु के एक साथ आने से लगता है. इन दोनों ग्रहों के बीच सात प्रमुख ग्रहों के आ जाने से भी कालसर्प दोष बनता है. इसके कारण बार-बार काम बिगड़ने लगते हैं. इसके निवारण के लिए आपको इन उपायों को अपनाना चाहिए.
कालसर्प दोष निवारण उपाय
- इस दोष को दूर करने के लिए किसी पुरोहित से कालसर्प दोष शांत करने की पूजा कराएं.
- मां दुर्गा और भगवान गणेश जी की पूजा करने से भी इस दोष से मुक्ति मिलती है.
- मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी इस दोष को दूर कर सकते हैं.
गुरु चांडाल दोष
कुंडली में राहु और बृहस्पति के एकसाथ होने पर गुरु चांडाल दोष का निर्माण होता है. कुंडली के 5वें, 9वें और लग्न भाव में यह और भी अधिक नकारात्मक होता है. इसके कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
गुरु चांडाल दोष निवारण उपाय
- इस दोष से मुक्ति के लिए रोज 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.
- गुरुवार के दिन गाय को दाल और गुड़ खिलाएं. इस दिन आप किसी जरूरतमंद को भी गुड़ और दाल दान कर सकते हैं.
- ‘ॐ गुरुवे नमः’ मंत्र का जाप करने से भी गुरु चांडाल दोष से मुक्ति पा सकते हैं.
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मंगल दोष
कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में मंगल के होने से मंगल दोष का सामना करना पड़ता है. इस दोष के कारण विवाह में अड़चने आती हैं. शादीशुदा लोगों के जीवन में भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
मंगल दोष निवारण उपाय
- मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से मंगल दोष से मुक्ति पा सकते हैं.
- मंगलवार को लाल वस्त्र पहनकर हनुमान जी के मंदिर में जाकर उन्हें सिंदूर अर्पित करें. इससे भी मंगल दोष दूर होगा.
केन्द्राधिपति दोष
किसी शुभ ग्रह की राशि के केंद्र में होने से इस दोष का सामना करना पड़ता है. इसके कारण जातक को व्यापार, पढ़ाई, नौकरी सभी क्षेत्रों में परेशानी होती है.
केन्द्राधिपति दोष निवारण उपाय
- इस दोष को दूर करने के लिए मंदिर में रोज भगवान शिव की पूजा अर्चना करनी चाहिए.
- "ॐ नमो नारायण" मंत्र का जाप करने से भी केन्द्राधिपति दोष से मुक्ति मलिती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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