Do's and Don'ts in Paush Maas: पौष मास में खानपान से लेकर पूजा-पाठ के बदल चुके है नियम

Written By ऋतु सिंह | Updated: Dec 14, 2022, 09:21 AM IST

Do's and Don'ts in Month of Paush: कल से शुरू हो रहा पौष मास, खानपान से लेकर पूजा-पाठ के बदलेंगे नियम

Paush Month : 9 दिसंबर से पौष मास शुरू हो रहा है और इस मास में कुछ कार्य वर्जित माने गए हैं.

डीएनए हिंदीः पौष मास हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस मास में जहां कुछ कार्य करना शुभ होता है वहीं कई काम करना बेहद अशुभ माना जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार ये दसवां मास होता है. इस मास में भगवान सूर्य के साथ भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व माना गया है. 

बता दें कि इस मास में पितरों को तर्पण भी देने का खास पुण्य मिलता है. यही कारण है कि इसे  छोटा पितृ पक्ष मास भी कहा जाता है.इसलिए इस माह में पिंडदान, श्राद्ध, तर्पण करना शुभ होता है. ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद पूरे वंश को मिलता है. पौष मास में कुछ कामों को करना शुभ माना जाता है और कुछ कामों को करने की सख्त मनाही होती है. तो चलिए जानें कि पौष मास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं..

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कब से कब तक पौष मास 2022
हिंदू पंचांग के अनुसार, 9 दिसंबर से शुरू हो रहा है जो नए साल में 7 जनवरी 2023 को समाप्त होगा.

पौष मास में करें ये काम

  • पौष मास के पूरे माह में रोज सूर्य की उपासना करें और जल अर्पित करें. जल में सिंदूर, लाल फूल और थोड़ा सा अक्षत डाल लें फिर जल देते हुए 'ऊँ हीं ह्रीं सूर्याय नम:' मंत्र का जाप करें.
  • पौष मास में भगवान विष्णु की पूजा करें और गीता का पाठ और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.
  • इस माह लाल या फिर पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए.
  • इस मास में जरूरतमंदों को कंबल, गर्म कपड़े, गुड़, तिल का दान करें.
  • पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए तर्पण, पिंडदान जरूर करें.
  • पौष मास में गुड़, लौंग, अदरक, अजवाइन जैसी गर्म चीजों खाएं

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पौष मास में न करें ये काम

  • पौष मास में मांस मदिरा के अलावा बैंगन, मूली, मसूर की दाल, फूल गोभी, उड़द की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए. इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.
  • पौष मास में चीनी या मीठी चीजों के सेवन से बचना चाहिए.
  • पौष मास में ही खरमास शुरू होता है, इसलिए खरमास में मांगलिक कार्य या कोई नया काम शुरू करने से बचना चाहिए.
  • खरमास में नए काम या व्यवसाय का आरंभ बिल्कुल भी न करें.
  • पौष मास में नमक का सेवन कम से कम करें.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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