Ahoi Ashtami Upay:आज अहोई अष्टमी पर ये उपाय करने से ही घर में गूंजेगी किलकारी, संतान की तरक्की से लेकर दूर होगी विवाह की बाधाएं

Written By नितिन शर्मा | Updated: Nov 05, 2023, 06:54 AM IST

अहोई अष्टमी करवा चौथ से 4 दिन बाद आता है, जहां करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं. वहीं अहोई अष्टमी का व्रत संतान के लिए रखा जाता है. अहोई अष्टमी पर तारों की पूजा करने के बाद उन्हें अर्घ्य दिया जाता है.

डीएनए हिंदी: हिंदू धर्म में कार्तिक मास का बड़ा महत्व होता है. इस माह करवा चौथ से लेकर दिवाली तक कई बड़े व्रत और त्योहार मनाएं जाते हैं. इन्हीं में से एक कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत है. अहोई अष्टमी करवा चौथ से 4 दिन बाद आता है, जहां करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए रखती हैं. वहीं अहोई अष्टमी का व्रत संतान के लिए रखा जाता है. अहोई अष्टमी पर तारों की पूजा करने के बाद उन्हें अर्घ्य दिया जाता है. इसके बाद ही व्रत का पारण किया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन पूजा करने से घर में बच्चे की किलकारी गूंजती हैं. साथ ही संतान को सुख और लंबी उम्र की प्राप्ति होती है. यह व्रत बच्चों की मां रखती है, जो उनके जीवन सुख समृद्धि की कामना करती हैं.

अगर आप भी अपने बच्चे की लंबी उम्र, शादी में आ रही बाधा और संतान प्राप्ति के लिए अहोई अष्टमी का व्रत रख रही हैं तो इस दिन कुछ उपाय भी कर सकती हैं. इन उपायों को करने से संतान की प्राप्ति होती है. वहीं संतान के जीवन में सुख समृद्धि आती है, जो बच्चे शादी योग्य हो गए हैं, उनके विवाह के योग बनते हैं. आइए जानते हैं अहोई अष्टमी के उपाय... 

अहोई अष्टमी पर करें ये आसान से उपाय

-अहोई अष्टमी के दिन घर में जो भी खाना बनाएं. उसका आधा हिस्सा गाय और बछड़ों के लिए निकालकर रख दें. उन्हें मन अपनी मनोकामना लेकर खिलाएं. इस उपाय से जल्द ही संतान की इच्छा पूर्ण होती हैं. घर में बच्चों की किल्लकारियां गूंजती हैं. 

-अहोई अष्टमी की शाम को पीपल के पेड़ के नीचे 5 दीपक जलाएं. इस दौरान मन में मनोकामना बोलते हुए पेड़ की परिक्रमा करें. साथ ही अहोई माता को प्रसन्न करने के लिए उनका स्मरण करें. इससे जल्द ही आपकी मनोकामना पूर्ण होती है. 

-अहोई अष्टमी पर पति पत्नी एक साथ अहोई माता को सफेद फूल अर्पित करें. माता को सफेद फूल बहुत ही प्रिय होते हैं. इसके साथ ही शाम के समय तारों को अर्घ्य देकर पूजन करें. मान्यता है कि इससे संतान की सुख और उनके भाग्य उदय की मनोकामना पूर्ण होती है. 

-अगर संतान शादी योग्य हो गई है, लेकिन उनके विवाह में अड़चन आ रही है तो अहोई अष्टमी पर घर में एक तुलसी का पौधा लेकर आएं. इस पौधे को लगाकर विधि पूर्वक इसकी पूजा अर्चना करें. इससे जल्द ही शादी के योग बनते हैं.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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