डीएनए हिंदीः संतान की लंबी उम्र और उसके स्वास्थ्य के लिए कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को माताएं अहोई मैया का व्रत करती हैं. इस दिन अहोई माता और भगवान शिव की पूजा का विधान होता है और इस दिन संतान की समस्या या निसंतान दंपत्ति अगर कुछ विशेष उपाय कर लें तो उनकी समस्या जरूर दूर हो जाती है. तो चलिए जानें कि अहोई अष्टमी पर कौन से उपाय करने से संतान की क्या समस्याएं दूर हो सकती हैं.
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संतान प्राप्ति के लिए उपाय
जिन माताओं को संतान का सुख नहीं मिल पा रहा वह इस दिन अपने पति के साथ अहोई मैया और भगवान शंकर की पूजा करें. संतान प्राप्ति के लिए इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करें और सफ़ेद फूलों की माला बनाएं और अहोई माता को अर्पित कर अपनी मनोकामना मांगे. अहोई माता को सफ़ेद फूल अर्पित करने के साथ घर में जितने सदस्य मौजूद हैं उतनी संख्या से एक ज्यादा संख्या में पौधे लगाएं.
रोजगार से जुड़ी समस्या के लिए
अगर बच्चे की पढ़ाई, करियर, रोजगार में बाधाएं आ रही हैं तो अहोई अष्टमी के दिन अहोई माता को लाल फूल चढ़ाकर भगवान शिव को खीर का भोग लगाकर उसे संतान को अपने हाथ से खिलाएं. साथ ही लाल फूल को बेटा जब किसी शुभ काम पर साथ निकले साथ ले जाए. फूल सूख जाए तो उसे किसी लाल कपड़े या कागज में रख लें और काम पूरा होने पर इसे तुलसी में डाल दें.
वैवाहिक जीवन की समस्या
अगर आपके बच्चे के वैवाहिक जीवन में दिक्कते आ रही या उसका विवाह नहीं हो रहा तो भी अहोई अष्टमी पर आपको कुछ खास उपाय करने चाहिएऋ इस दिन माता अहोई को चांदी की चेन के साथ गुड़ अर्पित करें. पूजा के बाद चांदी की ये चेन संतान के गले में पहना कर उसे गुड़ खाने को दें. इसके बाद माता पार्वती के मंत्र का 108 बार इस मंत्र ॐ ह्रीं उमाये नमः का जाप करे. इससे विवाह से जुड़ी संतान की हर परेशानी दूर हो जाएगी.
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गणपति की मूर्ति पर बेलपत्र चढ़ाएं
संतान प्राप्ति के लिए अहोई अष्टमी के दिन से 45 दिन तक गणपति की मूर्ति पर बेल पत्र अर्पित करें और हर रोज़ ॐ पार्वतीप्रियनंदनायेनमः मंत्र का 11 माला जप करें. अहोई अष्टमी व्रत के दिन माता अहोई की तस्वीर में सिंदूर चढ़ाएं. ऐसा करने से भी संतान सुख की जल्द प्राप्ति होती है.
अहोई माता को श्रृंगार की सामग्री चढ़ाएं
अहोई अष्टमी पर मां को श्रृंगार का सामान अर्पित करें. ऐसा करने से संतान को उसके कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है.
गाय को भोजन कराएं
अहोई अष्टमी के दिन आप जो भी भोजन बनाएं उसका आधा हिस्सा निकालकर गाय के लिए रख दें. ऐसा करने से भी संतान का सुख मिलेगा और अगर संतान गलत राह पर है तो वह सही रास्ते पर आ जाएगा. गाय को भोजन कराना 33 करोड़ देवी देवताओं को भोग लगाने के सामान माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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