Amavasya Born Baby: अमावस्या के दिन बच्चों का जन्म कैसा होता है? जानिए कैसा होता है जातकों का भविष्य व स्वभाव

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Feb 20, 2023, 08:02 AM IST

अमावस्या के दिन जन्मे बच्चे माता-पिता के साथ साथ अन्य सुखों से रहते हैं वंचित

Amavasya: जिन बच्चों का जन्म अमावस्या के दिन होता है, वे अपने माता-पिता के साथ साथ अन्य सुखों से वंचित रहते हैं. जानिए कैसा होता है उनका भाग्य.

डीएनए हिंदीः  सनातन धर्म में प्रत्येक तिथि का विशेष महत्व होता है लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अमावस्या (Amavasya) एक मात्र ऐसा दिन है, जिसे शुभ नहीं माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या (Paush Amavasya) के दिन जन्म लेने वाले बच्चों (Childbirth on Amavasya) के जीवन में खुशियों की कमी रहती है. इसके अलावा ऐसे जातकों का जीवन मुश्किलों से भरा रहता है.

अमावस्या की रात नकारात्मक ऊर्जा ज्यादा प्रभावशाली (Negative Energy More Effective on Night of Amavasya) होती हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अमावस्या के दिन जन्म लेने (Birth on Amavasya) वाले बच्चे के कुंडली में दोष बनता है. क्योंकि अमावस्या के दिन सूर्य व चंद्रमा एक ही घर में होते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर महीने में एक अमावस्या पड़ती है. तो चलिए जानते हैं अमावस्या के दिन जन्मे (Amavasya ke din Janme Log) बच्चे को लेकर क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र..

अमावस्या के दिन जन्मे बच्चे का भविष्य (Future of child born on new moon day)

माता-पिता के सुख से होते हैं वंचित (Deprived of Happiness of Parent)

ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का स्वामी और सूर्य को आत्मा का कारक ग्रह माना जाता है. कुंडली में चंद्रमा और सूर्य की स्थिति को देखकर ही जाना जा सकता है कि जातक को जीवन में कितना यश, मान-सम्मान मिलेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की कुंडली के पहले भाव में सूर्य और चंद्र स्थित हो तो उसे अपने माता-पिता से सुख की प्राप्ति नहीं होती. 

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पुत्र और स्त्रियों से होते हैं अपमानित (Insulted by Sons and Women)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा और सूर्य दसवें भाव में स्थित है तो उसका शरीर मजबूत होता है और ऐसे व्यक्तियों में नेतृत्व करने की क्षमता बहुत अधिक होती है. इसके अलावा ऐसे लोग शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने वाले होते हैं. लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य और चंद्रमा कुंडली के सातवें भाव में होते हैं तो ऐसा व्यक्ति जीवनभर अपने पुत्रों और स्त्रियों से अपमानित होते हैं. 

सुख से रहते हैं वंचित ( Unhappy Always)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसे व्यक्ति के पास धन की तो कोई कमी नहीं रहती है. लेकिन जिन लोगों की कुंडली के चौथे भाव में चंद्रमा और सूर्य होते हैं, ऐसे लोगों को जीवन भर सुख से वंचित रहना पड़ता है, इसलिए अमावस्या के दिन जन्मे लोग गरीब और मूर्ख होते हैं.

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अमावस्या के दिन हुआ है जन्म तो करें ये उपाय (If You are Born on Amavasya Do this Remedy)

अमावस्या के दिन जन्मे लोगों के जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं. ऐसे में इन परेशानियों को दूर करने के लिए कई तरह के उपाय किए जा सकते हैं. इसके लिए अमावस्या के दिन जिन वस्तुओं का संबंध सूर्य और चंद्रमा से होता है उन वस्तुओं को दान करें. इसके अलावा ऐसे लोगों को हमेशा सफेद रंग का रूमाल साथ रखना चाहिए और सफेद रंग के कपड़े धारण करने चाहिए. अमावस्या के दिन जन्मे लोगों को गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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