डीएनए हिंदीः दूध सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद साबित होता है. इसके सेवन से कई तरह की बीमारियों से निजात मिलता है. दूध में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है. लेकिन, पुराने समय से ही कुछ लोग मानते हैं कि दूध पीकर कभी बाहर नहीं निकलना चाहिए. आपने अपने बड़े-बुजुर्गों को अक्सर ये सलाह देते हुए सुना होगा कि दूध पीकर तुरंत बाहर नहीं निकलना चाहिए.
आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि आखिर दूध पीकर तुरंत बाहर जाने से क्यों मन किया जाता है. इसके पीछे की वजह क्या है...
दूध पीने के तुरंत बाद क्यों नहीं जाना चाहिए बाहर
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दूध पीकर तुरंत घर से बाहर निकलने से नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है. दरअसल, सफेद रंग के कारण दूध में नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने और बाहर जाने से पहले सेवन करने पर दुर्भाग्य लाने की क्षमता होती है. सिर्फ दूध ही नहीं, यह विश्वास अन्य सफेद रंग की खाने-पीने वाली चीजों तक फैला हुआ है. इसमें मिठाई भी शामिल है जो नकारात्मकता को ट्रिगर और आकर्षित करती है.
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दोपहर 12 बजे और 12 बजे के समय अनिष्ट शक्तियां विशेष रूप से प्रबल होती हैं, इसलिए इस दौरान दूध या अन्य सफेद रंग की मिठाई का सेवन करने के बाद बाहर जाने से बचने की सलाह दी जाती है.
क्या है इसकी वजह
दरअसल दूध या सफेद मिठाई खाने के तुरंत बाद बाहर निकलने से नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है, खासकर जब आप किसी चौराहे के आसपास हों. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि चौराहा नकारात्मक ऊर्जाओं का प्रतिनिधित्व करता है. इसलिए हिंदू शास्त्रों में, राहु और चंद्र यानी सफेद रंग को शत्रु माना जाता है और उनके संयोजन को नकारात्मक प्रभाव समस्याएं पैदा करती हैं. इसलिए दूध या सफेद मिठाई खाने के तुरंत बाद बाहर निकलने से बचें. खासकर तब जब आप किसी चौराहे के पास हो.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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