Ram Mandir Pran Pratistha Ceremony: अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव, यहां पढ़ें A to Z जानकारी

ऋतु सिंह | Updated:Dec 19, 2023, 08:17 AM IST

Ram Mandir Pran Pratishtha Ceremony 

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, चलिए मंदिर में भगवान श्रीराम की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा उत्सव के बारे में ए टू जेड सारी बातें जान लें.

डीएनए हिंदीः अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है. 22 जनवरी 2024 के शुभ दिन पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह किया जाएगा. इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देशभर के 4000 से ज्यादा संत शामिल होंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से मेहमानों को विशेष निमंत्रण पत्र भेजा जा रहा है.

इतनी बड़ी संख्या में लोग रहेंगे कहां?
श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि अगर 10,000-15,000 लोग रात भर रुकना चाहेंगे तो उन्हें आश्रय कहां मिलेगा? उन्हें भोजन और पानी कहां से मिलेगा? इस उद्देश्य से ट्रस्ट एक नया टिन-शेड शहर बसा रहा है जो कम से कम फरवरी के अंत तक तैयार हो जाएगा. इस काम के लिए देशभर से वीएचपी और आरएसएस के अनुभवी कार्यकर्ताओं को बुलाया जा रहा है. हर कोई अपना कर्तव्य निभा रहा है.

मेहमानों से 21 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचने का आग्रह किया गया है
निमंत्रण पत्र में लिखा है कि आपको सूचित किया जाता है कि लंबे संघर्ष के बाद श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य प्रगति पर है. पौष, शुक्ल द्वादशी, विक्रम संवत 2080 सोमवार, 22 जनवरी 2024 को रामलला को नूतन विग्रह के गर्भगृह में प्रतिष्ठित किया जाएगा. हमारी हार्दिक इच्छा है कि आप जीवन के गौरव को देखने और महान ऐतिहासिक दिन की गरिमा बढ़ाने के लिए हर अवसर पर अयोध्या में उपस्थित रहेंगे.

पत्र में लिखा है कि एक बयान है कि 21 जनवरी से पहले अयोध्या पहुंचने की योजना बनाएं. आप जितनी जल्दी अयोध्या आएंगे, आपके लिए उतना ही सुविधाजनक होगा. देर से पहुंचने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. 23 जनवरी 2024 के बाद लौटने की योजना है.

पांच फीट की तीन मूर्तियों में से एक को गर्भगृह में 'अचल मूर्ति' के रूप में रखा जाएगा
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दिन रामलला की मौजूदा 'चलमूर्ति' को पवित्र स्थान पर रखा जाएगा, जबकि वर्तमान में बनाई जा रही तीन पांच फीट की मूर्तियों में से एक को 'अचल मूर्ति' के रूप में गर्भगृह में रखा जाएगा. कथित तौर पर, पूरे वर्ष आयोजित होने वाले शुभ कार्यक्रमों के दौरान 'चलती मूर्ति' के समान 'चलती मूर्ति' स्थापित की जाएगी. आपको बता दें कि राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा बनाई जा रही तीन मूर्तियों में से गर्भगृह में कौन सी मूर्ति स्थापित की जाएगी, यह अभी तय नहीं हुआ है.

कैसा होगा कार्यक्रम?

बाकी मूर्तियों का क्या होगा?
सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, रामलला की मूर्ति गर्भगृह के अलावा मंदिर की पहली मंजिल पर स्थापित की जाएगी. मंदिर की दूसरी मंजिल पर राम दरबार बनाया जाएगा. रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, अभिषेक समारोह की विस्तृत योजना अगले साल मकर संक्रांति के दिन से शुरू होगी. नई प्रतिमा को सरयू नदी और अन्य पवित्र नदियों के जल से स्नान कराया जाएगा और अयोध्या शहर के भीतर यात्रा पर ले जाया जाएगा. इसके बाद 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम से पहले करीब एक दर्जन धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.

अंबानी, अडानी, सचिन तेंदुलकर, अमिताभ बच्चन को न्योता
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा. इस कार्यक्रम में क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली, उद्योगपति मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और रतन टाटा, बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, अभिनेता अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया को आमंत्रित किया गया है. अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया ने लोकप्रिय टीवी धारावाहिक 'रामायण' में राम और सीता की भूमिका निभाई थी.

 

ayodhya ram mandir ram mandir Sri Ram Pran Pratishtha Ceremony