Ram Mandir Trust: अब राम मंदिर की खूबियों को अपनी भाषा में समझेंगे विदेशी पर्यटक, नियुक्त होंगे कई लेंग्वेज के एक्सपर्ट

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 24, 2023, 05:47 PM IST

अयोध्या दर्शन के लिए देश-विदेश से आने वाले भक्तों को मिलेगी ये खास सुविधा 

रामनगरी अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक बड़ा फैसला लिया है, जिसके तहत ट्रस्ट अब देश-विदेश से आने वाले राम भक्तों के लिए भाषा विशेषज्ञों को नियुक्त करेगा.

डीएनए हिंदीः राम मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है. साथ ही, कई ऐसी सुविधाएं भी शुरू की जा रही हैं, जिससे भगवान राम के दर्शन के लिए देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो. इन सुविधाओं को आगे बढ़ाते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भाषा विशेषज्ञों की एक टीम बनाने का फैसला किया है. टीम में शामिल विशेषज्ञों को देश-विदेश से राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं के प्रश्नों के समाधान के लिए न केवल भारतीय, बल्कि कई विदेशी भाषाओं का भी ज्ञान होगा. दरअसल, ट्रस्ट को अयोध्या में राम मंदिर के (Ayodhya ram Mandir Trust) उद्घाटन के बाद देश के विभिन्न हिस्सों और सीमा पार से तीर्थ यात्रियों की एक बड़ी भीड़ की उम्मीद है.

भाषा विशेषज्ञों को होगी नियुक्ति

ट्रस्ट के मुताबिक, देश भर से, खासकर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु से बड़ी संख्या में पर्यटक अयोध्या दर्शन के लिए आते हैं. ऐसे में ट्रस्ट यह पता लगाने के लिए अध्ययन भी कर रहा है कि किस देश से कौन से विदेशी पर्यटक अयोध्या आ रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रस्ट विदेशी भाषा विशेषज्ञों को इस टीम में नियुक्त करेगा.

टीम में इन भाषाओं के विशेषज्ञ हो सकते हैं शामिल

इस टीम में ट्रस्ट द्वारा मराठी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, उड़िया और मलयालम भाषाओं के विशेषज्ञों को शामिल किए जाने की संभावना है. इसके अलावा, ट्रस्ट द्वारा बनाई गई ये टीम अयोध्या प्रशासन द्वारा तैयार की जा रही टीम से अलग होगी और प्रशासन द्वारा तैयार की गई टीम टूरिस्ट गाइड का काम करेगी. इतना ही नहीं, ट्रस्ट ने पहले ही एक कोरियाई भाषा विशेषज्ञ को नियुक्त करने का फैसला कर दिया है. क्योंकि यहां से बहुत सारे भक्त अयोध्या आते हैं.

रोजाना 15 से 20 हजार भक्तों की उमड़ रही है भीड़

मौजूदा समय में रोजाना करीब 15 से 20 हजार श्रद्धालु अयोध्या भगवान राम के दर्शन के लिए आ रहे हैं. ऐसे में जनवरी 2024 में राम मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने के बाद ये आंकड़े एक लाख तक जा सकते हैं. मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा के मुताबिक, अयोध्या में उत्तर प्रदेश के बाहर से आने वाले ज्यादातर श्रद्धालु दक्षिण भारतीय राज्यों से हैं इसलिए दक्षिण भारतीय भाषाओं के विशेषज्ञों की ज्यादातर आवश्यकता होती है.

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