Ayodhya Shri Ram Dham: अयोध्या में अपने भाईयों के साथ यहां खेलते थे श्री राम, आज दर्शन के लिए लगा रहता है भक्तों का तांता

नितिन शर्मा | Updated:Jan 08, 2024, 11:47 AM IST

यहां 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. अयोध्या में एक तरफ अविरल सरयू नदी प्रवाहित होती है दूसरी तरफ श्रीराम के बचपन की तमाम स्मृतियां हैं, जो उनके यहां होने सबूत पेश करती है. 

डीएनए हिंदी: अयोध्या का नाम सुनते ही लोग प्रभु श्री राम की कल्पना करने लगते हैं. इसकी वजह अयोध्या का श्री राम की जन्मभूमि होना है. यहां 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. अयोध्या में एक तरफ अविरल सरयू नदी प्रवाहित होती है दूसरी तरफ श्रीराम के बचपन की तमाम स्मृतियां हैं, जो उनके यहां होने सबूत पेश करती है. अयोध्या में भगवान श्री राम ने अपने बाल रूप में भाईयों संग कई सारी जगहों पर बाल लीलाएं की हैं. उन्हें में से एक दिव्य स्थान वह है, जहां श्री राम अपने भाईयों के संग खेलते थे. यहां पर दर्शन के लिए आज भी भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है. दुनिया भर के राम भक्त यहां दर्शन के पहुंचते हैं. आइए जानते हैं अयोध्या में वो स्थान कौन सा स्थान है, जहां श्रीराम ने बाल लीलाएं की हैं. 

आज भी मौजूद है दशरथ महल

बताया जाता है कि त्रेता युग में भगवान श्री राम बचपन में जिस जगह पर पले और बड़े हुए. वह आज भी अयोध्या में मौजूद है. वह जगह राजा दशरथ जी का महल है, जो अयोध्या में आज भी स्थित है. भगवान श्री राम ने भाईयों संग अपना बचपन यहीं बिताया था. आज के समय यह राजा दशरथ के महल के नाम से प्रसद्धि है. इस स्थान पर जीर्णोधार विक्रमादित्य द्वारा पुन कराया गया. इसे अयोध्या धाम के बड़ा स्थान के नाम से भी जाना जाता है. बताया जाता है कि यहां श्री राम अपने भाईयों के साथ बचपन में खेला करते थे. 

अब एंट्री पर ही होते हैं भगवान हनुमान जी के दर्शन

कभी दशरथ जी का घर और श्री राम की लीलाओं का साक्षी रह दशरथ महल अब काफी बदल गया है. यहां अब मंदिर में प्रवेश करते ही श्री राम भक्त हनुमान जी मूर्ति स्थापित की गई है. उसके बाद श्री राम जी के घर का आंगन दिखाई देगा. बताया जाता है कि यहां भगवान अपने भाईयों के साथ खेला करते थे. यह महल जितना बड़ा है, अंदर से उससे कहीं ज्यादा सुंदर भी है. यहां बहुत ही प्राचीन कलाकृतियों बनी हुई है. इसी के साथ ही यहां श्रीराम के पिता राजा दशरथ जी की प्रतिकात्मक छवि की तस्वीर और मां कौशल्या की गोद में बैठे श्री राम के बाल स्वरूप की सुंदर छवि वाली तस्वीर भी देखने को मिल जाएगी.

श्रीराम मंदिर से सिर्फ 500 मीटर है दूर

अयोध्या में राजा दशरथ का महल श्री राम मंदिर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है. यहां मंदिर में आने वाले श्रद्धालु दशरथ महल के भी दर्शन कर सकेंगे. दशरथ महल सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक दर्शनों के लिए खुल रहता है. मंदिर अंदर से बहुत बड़ा भव्य बना हुआ है. यहां हर साल लाखों लोग पहुंचते हैं. मंदिर परिसर अंदर से काफी भव्य और बड़ा बना हुआ है. यहां रामनवमी के दिन विशेष रूप से कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. मंदिर भगवान श्री राम जी के जायकारों से गुंज जाता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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