डीएनए हिंदी: रुद्राक्ष को शिव जी का अंश माना जाता है. इसलिए कहा जाता है कि जो व्यक्ति रुद्राक्ष धारण करता है उसमें अनेक तरह की समस्याओं से निपटने की क्षमता विकसित हो जाती है. ग्रंथों में रुद्राक्ष धारण करने के कई तरीके (Rudraksha Bracelet) बताए गए हैं. कुछ लोग इसे गले में माला की तरह धारण करते हैं और कुछ लोग इसे ब्रेसलेट के रूप (Gauri Shankar Rudraksha For Marriage) में पहनते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार रुद्राक्ष धारण करने से हर तरह की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.
आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताने (Gauri Shankar Rudraksha Benefits) वाले हैं कि रुद्राक्ष का ब्रेसलेट पहनने से क्या फायदे होते हैं, साथ ही जानेंगे रुद्राक्ष धारण करने से पहले किन बातों का खास ख्याल रखना चाहिए.
क्या है रुद्राक्ष?
दरअसल रुद्राक्ष एक तरह का मनका होता है जो पेड़ों पर उगता है. इसके अलावा रुद्राक्ष 1 मुखी से लेकर 21 मुखी तक पाए जाते हैं. शास्त्रों के अनुसार, इसमें उपचार शक्ति होती है इसलिए अन्य रत्नों की तुलना में रुद्राक्ष महत्वपूर्ण स्थान रखता है. सनातन धर्म में मंत्र जाप के समय रुद्राक्ष की माला का उपयोग करना अत्यंत शुभ माना जाता है.
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ये हैं रुद्राक्ष ब्रेसलेट धारण करने के फायदे
- आत्मविश्वास में इजाफा होता है.
- व्यक्ति स्वस्थ रहता है.
- शक्ति में वृद्धि होती है.
- भय से मुक्ति मिलती है.
- नकारात्मक शक्तियां दूर रहती हैं.
- भाग्योदय का संकेत माना जाता है.
सुखमय दांपत्य जीवन के लिए पहने गौरी शंकर रुद्राक्ष
रुद्राक्ष का ब्रेसलेट पुरुष और महिला दोनों ही धारण कर सकते हैं. दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए महिलाओं के लिए गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करना सर्वोत्तम माना जाता है. क्योंकि गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने से पति पत्नी के बीच में विश्वास और प्यार बढ़ता है.
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धारण करते समय इन बातों का रखें ध्यान
रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसे गंगाजल से शुद्ध करें. इसके अलावा जब भी आप रुद्राक्ष के ब्रेसलेट को धारण कर रहे हों तो ध्यान रखें कि सही मंत्रों का उच्चारण करें. साथ ही रुद्राक्ष का ब्रेसलेट धारण करने के लिए किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष का सोमवार सर्वोत्तम माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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